गोरखपुर रेंज के कुशीनगर जिले में पशु तस्करों के गिरोह को नेस्तनाबूत करने के लिए नया एक्शन प्लान तैयार किया गया है। बिहार सीमा से लगे होने के कारण यहां तस्करों की चांदी रहती है। लेकिन पुलिस अब सुरक्षा का नया खाका तैयार कर रही है।
बिहार सीमा से लगने वाली जिले की सीमाओं को देखते हुए पशु तस्करी पर प्रभावी रोकथाम के लिए SP केशव कुमार ने जिले में 34 नये चेकिंग प्वाइंट बढ़ाने का निर्णय लिया है। यह चेक प्वाइंट PRV तैनाती स्थल हैं। यह सभी चेक प्वाइंट वाहनों की सघन जांच के लिए बनाए गए 37 बैरियरों से अलग हैं। खास बात यह है कि इन चेक प्वाइंट के नाम व स्थान हर महीने बदल दिए जाएंगे, ताकि तस्करी वाले वाहनों के रास्ते बंद किए जा सकें।
SP केशव कुमार ने तैनाती के बाद पशु तस्करी पर प्रभावी रोकथाम के लिए तस्करों के संभावित सभी रास्तों पर 37 बैरियरों लगवाए। इन बैरियरों पर पुलिस की चौबीसों घंटे ड्यूटी रहती है। दो दिन पहले एसपी ने जिले के सभी 34 पीआरवी वैन पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को बदल दिया। सभी वैन पर नये पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाने के बाद उनके तैनाती स्थल पर तय कर दिए गए। हर वैन में तीन से चार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगायी जाती है।
रात्रि में डायल 112 पर मदद के लिए आने वाली कॉलों की डाटा विश्लेषण किया गया तो सामने आया कि आम तौर पर हर रोज डायल 112 पर रात के समय 18 या 19 कॉल ही आती हैं। रात में 11 बजे से भोर में पांच बजे तक अधिकतर पीआरवी खाली रहते हैं। एसपी ने इस संसाधन के पूरे उपयोग के लिए इन सभी को तैनाती स्थल पर ही गुजरने वाली पिकअप की जांच के आदेश जारी किए हैं। इस तरह इन सभी के ड्यूटी स्थल नये चेकिंग प्वाइंट में बदल दिया गया है। सभी पीआरवी वैन को निर्देश दिए गए हैं कि वह पिकअप की जांच कर हर रोज अपनी रिपोर्ट एसपी कार्यालय को भेजेंगे। चेकिंग के दौरान बिना पेपर की पिकअप को बंद करने, अन्य खामियां मिलने पर गाड़ी का चालान करने के निर्देश हैं।
एसपी केशव कुमार ने बताया कि पशु तस्करी पर प्रभावी रोकथाम के लिए जिले में स्थापित 37 बैरियरों के अलावा पीआरवी की तैनाती स्थल को विशेष चेकिंग प्वाइंट में बदला गया है। हर महीने इनके तैनाती स्थल बदले जाएंगे ताकि जगह बदल कर नये चेकिंग प्वाइंट्स बनाए जाते रहें। इससे तस्करी पर रोकथाम में मदद मिलेगी साथ ही उपलब्ध पुलिस संसाधन का भरपूर उपयोग भी होगा।