Kidney Stone: किडनी स्टोन को जड़ से साफ करने के लिए आयुर्वेद में कुछ बेहद असरदार देसी उपाय बताए गए हैं। ये नुस्खे बिना सर्जरी के पथरी को गलाकर प्राकृतिक रूप से बाहर निकालने में मदद करते हैं।
Ayurvedic Treatment For Kidney: आजकल गलत खाने-पीने की आदतों की वजह से किडनी में पथरी/ स्टोन (Kidney Stone) होना एक आम समस्या बन गई है। इसका सबसे बड़ा कारण है कम पानी पीना। इसके अलावा शरीर में कैल्शियम, यूरिक एसिड या ऑक्सलेट जैसी चीजें जब ज्यादा बन जाती हैं, तो वो मिलकर पथरी बना देती हैं। लेकिन चिंता की बात नहीं है। आयुर्वेद में कुछ ऐसी देसी जड़ी-बूटियां और घरेलू उपाय बताए गए हैं, जो किडनी स्टोन को बिना सर्जरी के धीरे-धीरे गलाकर शरीर से बाहर निकाल सकते हैं।आइए जानते हैं इन आसान और असरदार उपायों (Kidney Stone Treatment) के बारे में।
किडनी स्टोन होने पर शरीर कई तरह के संकेत देने लगता है, जिनमें शामिल हैं।
-पेशाब के दौरान तेज जलन और दर्द
-मतली और उल्टी
-पेशाब में खून आना
-बार-बार पेशाब की इच्छा होना लेकिन पेशाब का रुक जाना
Ijcrt.org के अनुसार यह पौधा पथरी को तोड़ने की शक्ति रखता है। इसके 3-4 पत्तों को पीसकर सुबह खाली पेट सेवन करने से पथरी घुलने लगती है। यह Urinary tract को भी साफ करता है और सूजन कम करता है।
Myupchar के अनुसार कुल्थी दाल किडनी स्टोन में बेहद फायदेमंद मानी जाती है। इसे रातभर भिगोकर रख दें और सुबह उसका पानी खाली पेट पिएं। चाहें तो इसका सूप बनाकर भी लिया जा सकता है। यह दाल पेशाब को साफ करने और स्टोन को बाहर निकालने में मदद करती है।
Researchgate.net के अनुसार तुलसी न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी अनगिनत हैं। तुलसी के 5-7 ताजे पत्ते रोज सुबह चबाकर खाने से किडनी को ताकत मिलती है और स्टोन को बाहर निकालने में सहायता मिलती है। इससे दर्द और सूजन में भी राहत मिलती है।
गोखरू एक पारंपरिक आयुर्वेदिक औषधि है, जो पेशाब संबंधी समस्याओं और पथरी से राहत दिलाने में कारगर मानी जाती है। 1-2 चम्मच गोखरू को एक कप पानी में उबालें जब तक यह आधा रह जाए। ठंडा करके रोजाना इसका सेवन करें। इससे पथरी छोटे-छोटे टुकड़ों में टूटकर बाहर निकलने लगती है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।