Curry Leaves And Fennel Seed Water: करी पत्ता और सौंफ का पानी एक ऐसा देसी टॉनिक है जो आपकी सेहत को अंदर से सुधारता है। इसे अपने डेली रूटीन में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है। जानिए इसके फायदे और सही तरीका।
Curry Leaves And Fennel Seed Water: अगर आप भी सुबह की शुरुआत हेल्दी ड्रिंक से करना चाहते हैं, तो करी पत्ता और सौंफ का पानी आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। आयुर्वेद में इन दोनों प्राकृतिक तत्वों को बेहद फायदेमंद माना गया है। करी पत्ता जहां डाइजेशन और बालों के लिए वरदान है, वहीं सौंफ डिटॉक्स और वेट लॉस में मदद करती है। दोनों को एक साथ पानी में उबालकर पीने से शरीर को कई तरीके से फायदा पहुंचता है। आइए जानते हैं इस हेल्दी ड्रिंक के फायदे और इसे बनाने का सही तरीका।
सौंफ में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो पेट की सूजन कम करने में मदद करते हैं। करी पत्ता पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करता है जिससे खाना जल्दी और सही तरीके से डाइजेस्ट होता है।
इस मिश्रण का नियमित सेवन मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे फैट तेजी से बर्न होता है। इसमें कैलोरी भी बेहद कम होती है, इसलिए यह एक परफेक्ट मॉर्निंग ड्रिंक है।
करी पत्ते में मौजूद फाइबर और सौंफ के ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कंट्रोल करने वाले गुण ब्लड शुगर लेवल को स्थिर बनाए रखते हैं। यह डायबिटीज के रोगियों के लिए लाभकारी हो सकता है।
करी पत्ते में आयरन, विटामिन C, और बीटा-कैरोटीन होते हैं जो बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं और उन्हें झड़ने से रोकते हैं। सौंफ स्किन को ग्लोइंग बनाती है और एक्ने की समस्या से राहत देती है।
यह ड्रिंक लीवर को क्लीन करता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है, जिससे त्वचा साफ रहती है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
सामग्री
1 चम्मच सौंफ
10-15 करी पत्ते
2 कप पानी
विधि
एक बर्तन में पानी डालकर उसमें सौंफ और करी पत्ते डालें और इसे 5-7 मिनट तक धीमी आंच पर उबालें। उबालने के बाद, पानी को ठंडा होने दें और फिर इसे छानकर सुबह खाली पेट पिएं। रोजाना इसका सेवन करने से अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। हालांकि, अगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी है, तो इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना उचित होगा।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।