
Curry leaves overdose side effects
Side Effects Of Curry Leaves: करी पत्ता भारतीय रसोई में स्वाद और सेहत का अहम हिस्सा माना जाता है। आमतौर पर इसे पाचन सुधारने, बालों की सेहत बढ़ाने और डायबिटीज़ कंट्रोल करने के लिए उपयोग किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि करी पत्ता के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं? आइए जानते हैं करी पत्ता के फायदे और संभावित नुकसान।
हालांकि करी पत्ते (Curry Leaves)में आयरन और फोलिक एसिड मौजूद होते हैं, जो शरीर के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन इसकी अधिक मात्रा गर्भवती महिलाओं में एसिडिटी या पेट में जलन जैसी समस्याएं पैदा कर सकती है। इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी नेचुरल हर्ब का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
करी पत्ता ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है, लेकिन यदि किसी को पहले से ही लो ब्लड शुगर की समस्या है, तो इसका सेवन शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे शुगर लेवल और गिर सकता है, जिससे चक्कर आना, थकान या बेहोशी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कुछ लोगों को करी पत्ते से एलर्जिक रिएक्शन हो सकते हैं, जैसे स्किन रैश, खुजली, या सांस लेने में दिक्कत। अगर पहली बार सेवन करने पर कोई भी असामान्य लक्षण महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बहुत अधिक मात्रा में करी पत्ते का सेवन कुछ लोगों के पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। इससे गैस, पेट फूलना या दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं, खासकर जब इसे कच्चे रूप में ज्यादा खाया जाए।
अगर आप डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या किसी अन्य बीमारी की दवा ले रहे हैं, तो करी पत्ते का नियमित सेवन आपकी दवा की प्रभावशीलता को प्रभावित कर सकता है। इसलिए किसी भी हर्बल चीज का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
करी पत्ते का सेवन करते समय यह ध्यान रखना जरूरी है कि इसकी मात्रा सीमित हो, क्योंकि अधिक सेवन से शरीर को नुकसान हो सकता है। आमतौर पर रोजाना 5 से 7 करी पत्तों को भोजन में शामिल करना सुरक्षित माना जाता है। हालांकि, अगर आपको एलर्जी, लो ब्लड शुगर, हाई या लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हैं, या आप गर्भवती हैं, तो करी पत्ता खाने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
07 May 2025 11:37 am
Published on:
07 May 2025 11:23 am
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