Finger Hole Piercing Trend: आजकल सोशल मीडिया पर एक नया और अजीबोगरीब ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है। इस ट्रेंड को फिंगर होल पियर्सिंग नाम दिया गया है। लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो ये ट्रेंड सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है।
Viral Finger Piercing: कार्दशियन जेनर और उनकी 12 साल की बेटी रोम में देखी गईं। जहां सबकी नजरें उनकी बेटी नॉर्थ की बीच वाली उंगली पर हुए डर्मल पियर्सिंग पर टिक गईं। फिंगर पियर्सिंग देखकर लोगों के बीच अलग ही बहस छिड़ गई। वहीं, दूसरी तरफ लोग जानने को उत्सुक हैं कि यह क्या है, कैसे किया जाता है, और क्या इसे आजमाना सुरक्षित हो सकता है? आइए इस ट्रेंड के बारे में जानते हैं।
इस तरह की पियर्सिंग को डर्मल पियर्सिंग या माइक्रो डर्मल या सिंगल-पॉइंट पियर्सिंग भी कहा जाता है। इसमें आभूषण के एक टुकड़े को त्वचा की सतह के नीचे लगा दिया जाता है और ऊपर केवल सजावटी हिस्सा दिखाई देता है। ये छेद सुई या डर्मल पंच की मदद से त्वचा में एक छोटा सा छेद बनाकर, और फिर त्वचा के नीचे एक एंकर बेस डालकर किए जाते हैं।
ये ट्रेंड इसलिए वायरल हो रहा है, क्योंकि युवा वर्ग को ये अलग दिखने का एक अनोखा और स्टाइलिश तरीका लगता है। । पारंपरिक आभूषणों के विपरीत, ये त्वचा में सीधे जड़े हुए रत्न या हीरे का आभास देते हैं, लगभग एक स्थायी अंगूठी की तरह।
सबसे आम समस्याओं में से एक है कि उंगलियों की त्वचा पतली और लगातार हिलती रहती है। समय के साथ छेद बड़ा हो सकता है और अक्सर निशान छोड़ सकते हैं। इसके अलावा संक्रमण एक और गंभीर चिंता का विषय हो सकता है। क्योंकि हमारे हाथ दिनभर में अनगिनत चीजों को छूते हैं और अक्सर गंदगी, पानी और बैक्टीरिया के संपर्क में आते हैं। उचित देखभाल के बिना, बीमारी फैल सकती है।
फिंगर पियर्सिंग में चोट लगने का भी खतरा होता है , क्योंकि छेद उंगली पर होता है और कपड़ों, दस्तानों या रोजमर्रा की चीजों में फंसने की संभावना ज्यादा होती है। अचानक खींचने से त्वचा पूरी तरह से फट सकती है, जिससे खून आ सकता है और निशान पड़ सकता है।
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