Food For Hair Growth: आप जो कुछ भी खाते हैं उसका असर आपकी हेल्थ पर पड़ता है।ऐसे में अगर आपके भी बाल झड़ रहे हैं? या ग्रोथ स्लो हो गई है? तो महंगे शैंपू और सीरम की नहीं सही खाने की जरूरत है आपको।
Food For Hair Growth: आज की भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में हेल्थ प्रॉब्लम होना आम बात बन गई है, और इन्हीं में सबसे ज्यादा परेशान करने वाला मुद्दा है,बाल झड़ना। अगर आपके भी बाल तेजी से गिर रहे हैं या उनकी ग्रोथ रुक-सी गई है, तो सिर्फ महंगे शैंपू और सीरम को दोष देने से पहले अपनी डेली डाइट पर नजर डालें।क्योंकि सच यही है बालों की मजबूती बाहर से नहीं, अंदर से शुरू होती है। जो आप अपनी प्लेट में डालते हैं, वही आपके हेयर हेल्थ में सीधा असर दिखाता है।आइए जानें कुछ पावरफुल फूड्स के बारे में जो बालों की ग्रोथ को कर सकता है तेज।
बाल असल में केराटिन नाम के प्रोटीन से बने होते हैं। अगर आपकी डाइट में प्रोटीन की कमी होती है, तो बालों की ग्रोथ रुक जाती है और स्ट्रैंड्स भी कमजोर होने लगते हैं। Nutritional Deficiency Studies, Clinical Trials on Alopecia Patients रिसर्च बताती हैं कि आयरन, जिंक, विटामिन D, बायोटिन और दूसरे B-विटामिन्स की कमी से हेयर फॉल बढ़ता है। इसके अलावा विटामिन A, C और E जैसे एंटीऑक्सीडेंट भी बालों के लिए जरूरी हैं।
प्रोटीन बालों के लिए रॉ मटीरियल जैसा है। बिना इसके नए बाल बन ही नहीं सकते। अगर हेयर फॉल की समस्या है, तो आप रोज 2 अंडे खा सकते हैं। 2–3 महीने में फर्क दिखाई दे सकता है।
स्कैल्प को भी मॉइस्चराइजेशन चाहिए। हेल्दी फैट्स ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाते हैं और इंफ्लेमेशन कम करते हैं, जिससे बाल पतले होने से बचते हैं। सरसों का तेल या कोल्ड-प्रेस्ड ऑलिव ऑयल अच्छे विकल्प हैं।
एक मुट्ठी मिक्स नट्स और सीड्स रोज खाने से हेयर हेल्थ में जबरदस्त फर्क दिखता है। इन्हें सुबह दही में या शाम को स्नैक की तरह लें। सीड्स को भिगोकर खाने से फायदा और बढ़ जाता है।
जितने ज्यादा कलर्स आपकी प्लेट में होंगे, उतने ही ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट मिलेंगे, ये बालों के फॉलिकल्स को डैमेज से बचाते हैं। विटामिन C कोलेजन बनाने में और प्लांट-बेस्ड आयरन को एब्जॉर्ब करने में मदद करता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।