लाइफस्टाइल

IndiGo, Air India या SpiceJet, कौन समय पर पहुंचता है? कई सर्वे में सामने आया सच

DGCA Rules for Flight Delay: भारत में एयरलाइन्स अक्सर अपने On-Time Performance (OTP) को बेहतर दिखाने के लिए फ्लाइट समय में बदलाव करती हैं। जानें कैसे एयरलाइन्स देरी को छिपाती हैं और यात्रियों पर इसका असर।

2 min read
Sep 24, 2025
Airline Flight Delay (Photo- freepik)

Rules for Flight Delay: भारत में हवाई यात्रा करने वाले यात्री अक्सर फ्लाइट की देरी का सामना करते हैं। कई बार यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ता है, लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि एयरलाइन्स अपने रिकॉर्ड में इन देरी वाली उड़ानों को भी समय पर या समय से पहले पहुंचने वाली दिखाती हैं। यह सवाल अक्सर उठता है कि आखिर ऐसा क्यों और कैसे होता है।

ये भी पढ़ें

Flight Rules for Passengers: फ्लाइट में पावर बैंक क्यों चार्ज नहीं कर सकते? जानिए असली वजह

एयरलाइन्स क्यों बदलती हैं उड़ान का समय?

असली वजह है OTP (On-Time Performance) को बेहतर दिखाना। एयरलाइन्स टिकट और वेबसाइट पर दी गई उड़ान समय में अक्सर अतिरिक्त बफर टाइम जोड़ देती हैं। उदाहरण के लिए, दिल्ली से मुंबई की असल उड़ान समय करीब 2 घंटे की है, लेकिन टिकट पर इसे 2 घंटे 50 मिनट दिखाया जाता है। अब अगर फ्लाइट 2 घंटे 20 मिनट में पहुंचती है, तो एयरलाइन दावा करती है कि फ्लाइट समय से पहले पहुंची, जबकि वास्तविकता अलग होती है।

अलग-अलग रूट पर कितना फर्क पड़ता है?

Makemytrip के डेटा के अनुसार हर एयरलाइन अलग-अलग रूट के लिए अलग समय तय करती है। कुछ उदाहरण

दिल्ली–मुंबई: 1 घंटा 55 मिनट से 2 घंटे 50 मिनट

कोलकाता–अहमदाबाद: 2 घंटे 35 मिनट से 2 घंटे 50 मिनट

चेन्नई–बेंगलुरु: 1 घंटा 5 मिनट से 1 घंटा 20 मिनट

दिल्ली–बेंगलुरु: 2 घंटे 35 मिनट से 3 घंटे

इससे साफ है कि एयरलाइन्स अपने OTP को बेहतर दिखाने के लिए समय में हेरफेर करती हैं।

एयरलाइन्स का प्रदर्शन

OAG (Official Airline Guide) की रिपोर्ट के मुताबिक अनुसार भारत की प्रमुख एयरलाइन्स का OTP इस तरह है।

IndiGo: 87% (सर्वश्रेष्ठ)

Air India: लगभग 78%

Akasa Air: 77%

SpiceJet: 57% (सबसे खराब प्रदर्शन)

इंडिगो की विश्व स्तर पर अच्छी ओटीपी रिकॉर्ड है, जबकि स्पाइसजेट बहुत पीछे है।

यात्रियों पर असर

इस समय की चाल से एयरलाइन्स को फायदा होता है, लेकिन यात्रियों को निराशा होती है। कई बार फ्लाइट देर से उड़ती है, फिर भी यात्रियों को बताया जाता है कि उड़ान समय पर थी। इससे वास्तविक उड़ान समय जानना मुश्किल हो जाता है और यात्रा अनुभव प्रभावित होता है। यात्रियों का भरोसा कमजोर होता है और एयरलाइन्स की पारदर्शिता पर सवाल उठते हैं।

भारत में फ्लाइट देरी का खेल

भारतीय एयरलाइन्स देरी को छिपाने के लिए उड़ान समय में हेरफेर करती हैं। इससे उनका OTP रिकॉर्ड बेहतर दिखता है, लेकिन यात्रियों को सही जानकारी नहीं मिलती। इसलिए यात्रियों को चाहिए कि वे आंकड़ों के खेल में फंसने के बजाय पारदर्शिता और वास्तविक उड़ान समय की जानकारी की मांग करें।

ये भी पढ़ें

Flight Smoking Rules: यात्री ने प्लेन में सुलगाई सिगरेट, जोखिम में डाली लोगों की जान! जानें फ्लाइट में स्मोकिंग की मनाही क्यों?

Also Read
View All

अगली खबर