Vitamin Deficiency: क्या आप भी रात में सोते वक्त करवटें बदलते हैं? क्या नींद आने में मुश्किल होती है?कई लोग इसे दिनभर की थकान, स्ट्रेस या फिर ज्यादा स्क्रीन टाइम का असर मानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ जरूरी विटामिन्स की कमी की वजह से भी नींद पर असर पड़ सकता है?
Vitamin Deficiency Cause Sleep Issues: क्या आप भी रात में सोते वक्त करवटें बदलते हैं? क्या नींद आने में मुश्किल होती है?कई लोग इसे दिनभर की थकान, स्ट्रेस या फिर ज्यादा स्क्रीन टाइम का असर मानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ जरूरी विटामिन्स की कमी की वजह से भी नींद पर असर पड़ सकता है?यह तब होता है जब शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिलते, जिससे नींद से जुड़ी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। बार-बार नींद का टूटना या नींद न आना जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। अगर समय रहते इन विटामिन्स की कमी को पूरा न किया जाए, तो यह समस्या धीरे-धीरे क्रॉनिक इंसोम्निया जैसे गंभीर रूप ले सकती है।इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि कौन-कौन से विटामिन्स की कमी से नींद पर असर पड़ता है,और किन नेचरल तरीकों से उनकी कमी को दूर किया जा सकता है।
भले ही यह विटामिन नहीं है, लेकिन नींद के लिए उतना ही ज़रूरी है। मैग्नीशियम शरीर और दिमाग दोनों को शांत करता है, मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और स्ट्रेस को कम करता है। इसकी कमी होने पर नींद गहरी नहीं आती और नींद की क्वालिटी पर असर पड़ता है।
विटामिन B12 दिमाग और नर्वस सिस्टम के लिए फ्यूल की तरह है। इसकी कमी से मेलाटोनिन हार्मोन का स्तर बिगड़ जाता है, जो नींद लाने में मुख्य भूमिका निभाता है। यही कारण है कि कई लोगों को देर तक नींद नहीं आती या रात में बार-बार नींद टूट जाती है।
विटामिन D सिर्फ हड्डियों को मजबूत रखने के लिए ही ज़रूरी नहीं है, बल्कि यह हमारे नींद-जागने के चक्र (स्लीप साइकिल) को भी संतुलित करता है। इसकी कमी से दिनभर थकान, कमजोरी और रात को नींद टूटने जैसी दिक्कतें बढ़ सकती हैं। खासकर जो लोग धूप से दूर रहते हैं या ऑफिस-होम रूटीन में धूप नहीं ले पाते, उनमें यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।