Long Life Secrets: 100 साल से अधिक जीने वाली दो महिलाओं ने लंबा जीने का सीक्रेट बताया है। साथ ही डॉक्टर ने टिप्स दिया है कि कैसे लंबा जी सकते हैं।
Long Life Secrets: लंबी उम्र के पीछे का राज जानने के लिए दुनियाभर में शोध चल रहे हैं। हालांकि पिछले कुछ सालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं, वैक्सीनेशन, एंटीबायोटिक्स और दवा - इलाज के विकास के साथ-साथ साफ-सफाई, खाने-पीने और जीने की स्थितियां बेहतर होने से औसत उम्र बढ़ी है। इसके अलावा व्यक्ति के स्वयं के जीवन जीने के तरीके भी काफी हद तक लंबी उम्र के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। जैसे एथेल कैटरहम और जीन कालमेंट ने जीवन जीने का खास फंडा अपनाया और दीघार्यु के लिए विश्व रेकॉर्ड अपने नाम किए। आइए समझते हैं उनके फार्मूले को …
जीवन प्रत्याशा से तात्पर्य किसी व्यक्ति के जीवित रहने की औसत उम्र से है। अगर कुछ सालों के तथ्यों पर नजर डालें तो इस प्रकार से जीवन प्रत्याशा रही है और साल 2050 तक ये 77.1 वर्ष तक जाने की संभावना है।
| जीवन प्रत्याशा (वर्ष) | उम्र (वर्ष में) |
| 1990 | 64.5 |
| 2019 | 72.6 |
| 2050 | 77.1 (संभावित) |
हाल में ब्रिटेन की 115 वर्षीय महिला एथेल कैटरहम को दुनिया की सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति का खिताब मिला है। जब एथेल से उनके लंबे जीवन का राज पूछा गया तो वह कहती हैं, मेरा एक ही नियम है, कभी किसी से बहस मत करो। इससे तनाव नहीं होगा और आप खुश रहेंगे में सुनती हूं लेकिन करती वही हूं जो मुझे पसंद है।
इस पर डॉ. सुनील सुथार वरिष्ठजन मनोरोग विशेषज्ञ, जयपुर ने समझाया है कि आखिर क्यों तनाव मुक्त जीवन लंबी आयु के लिए जरूरी है।
दिमागी क्षमता को भी तनाव अवसाद, यववास्त और सामाजिक संबंधों को गंभीर रूप से प्रभावित करता है। नींद का साइकिल बिगाड़ता है न्यूरोट्रांसमीटर्स को असंतुलित करता है, स्मृति और एकाग्रता को कमजोर करता है। साथ ही व्यक्ति में चिड़चिड़ापन बढ़ता है।
खुशी के हार्मोन बढ़ाने के लिए इन पर गौर करें
फ्रांसीसी महिला जीन कालमेंट के नाम अभी भी दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला का रिकॉर्ड है, जिन्होंने 122 वर्ष 164 दिन तक जीवित रहने की उपलब्धि हासिल की थी। कालमेंट ने भी अपनी लंबी उम्र का क्रेडिट अपनी सक्रिय जीवनशैली, खानपान और शांत स्वभाव को ही दिया था।
डॉ. भगवान् सहाय शर्मा आयुर्वेद विशेषज्ञ नई दिल्ली के अनुसार, आयुर्वेद सिर्फ चिकित्सा नहीं, बल्कि एक संपूर्ण जीवन पद्धति है जिसमें दिनचर्या ऋतुचर्या, आहार और मानसिक संतुलन सभी को सम्मिलित किया गया है।
ब्रह्ममुहूर्त में उठा करें। गुनगुना पानी पीएं. जिससे शरीर जागृत होता हैं। दैनिक क्रियाओं के बाद तेल मालिश करें (तिल, नारियल या सरसों के तेल से)। व्यायाम, योग और उबटन अपनाएं। ब्रश के बाद ऑयल पुलिंग करें, फिर स्नान करें रात 9 से सुबह 5 बजे तक नींद लें, दिन में सोना वर्जित है।
संयमित जीवनशैली अपनाएं। सकारात्मक सोच, दया, वाणी व विचारों पर नियंत्रण रखें। ईर्ष्या, लोभ व द्वेष से बचें।
पोषण विरुद्ध आहार न लें जैसे दूध के साथ फल दही के साथ खीर या कोल्डड्रिंक ऊर्जावान आहार लें जैसे जी, मूंग दाल, लौकी, घी आंवला, खजूर एवं मसाले।
सुबह खाली पेट त्रिफला या मेथी पानी लें। गुनगुना पानी दिनभर पीएं।