Oil Pulling Benefits: आयल पुल्लिंग करने का तरीका आजकल काफी ट्रेंड में है जहाँ लोग इस आयुर्वेदिक तरीके को समझकर करते तो लेते हैं, लेकिन कुछ लोग हैं जिन्हें इसके फायदे नहीं पता। आइए जानते हैं इसके फायदे और करने के सही तरीके को।
Oil Pulling Benefits: मुंह की सफाई के लिए अब सिर्फ ब्रश करना ही काफी नहीं माना जा रहा। वेलनेस वर्ल्ड में एक बेहद पुरानी और नेचुरल तकनीक फिर से चर्चा में आ गई है ,ऑयल पुलिंग। यह नाम सुनकर भले ही आपको थोड़ा अटपटा लगे, लेकिन इसका असर उतना ही चौंकाने वाला है। बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा से लेकर कई सेलिब्रिटीज इसे अपने डेली रूटीन में शामिल कर चुकी हैं। आयुर्वेद के मुताबिक, ऑयल पुलिंग न सिर्फ दांतों की सेहत के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह शरीर की गहराई तक सफाई करने में भी मदद करता है।आइए जानते हैं इसके फायदे और करने के सही तरीके को।
यह एक बेहद पुरानी आयुर्वेदिक प्रक्रिया है, जिसमें तेल को मुंह में डालकर धीरे-धीरे घुमाया जाता है, जैसे आप कुल्ला करते हैं। इसे आप अपने मॉर्निंग रूटीन में शामिल कर सकते हैं। माना जाता है कि यह तकनीक मुंह की गंदगी को खींचकर बाहर निकाल देती है और शरीर से विषैले तत्वों को हटाने में भी मददगार होती है।
ऑयल पुलिंग के लिए आपको रिफाइंड या केमिकल युक्त तेलों का नहीं, बल्कि शुद्ध और ठंडे प्रेस्ड (cold-pressed) तेलों का इस्तेमाल करना चाहिए। सबसे असरदार तेल हैं:
-नारियल का तेल
-तिल का तेल
-सरसों का तेल
-ऑलिव ऑयल
सुबह उठते ही खाली पेट एक चम्मच तेल लें, जो आपके मुंह के आकार के अनुसार हो सकता है। इसे मुंह में लेकर धीरे-धीरे बिना निगले पूरे मुंह में फैलाएं और घुमाएं। इस प्रक्रिया को लगभग 15 से 20 मिनट तक जारी रखें ताकि तेल मुंह के सभी हिस्सों तक पहुंच सके। इसके बाद तेल को निगलने की बजाय थूक दें। फिर हल्के गुनगुने पानी से मुंह को अच्छे से धोएं और दांतों को ब्रश करें ताकि सभी अशुद्धियां दूर हो सकें।
-तेल मुंह के अंदर मौजूद बैक्टीरिया को हटाता है।
-पीलेपन को कम करता है और दांत साफ होते हैं।
-एंटीबैक्टीरियल गुण सूजन को कम करते हैं।
-सलाइवा प्रॉडक्शन बेहतर होता है।
-कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे शरीर के टॉक्सिन बाहर निकलते हैं।
-मुंह हेल्दी रहेगा तो शरीर की कुल हेल्थ भी बेहतर होगी।
-कुछ लोग मानते हैं कि ऑयल पुलिंग से उन्हें ज्यादा एनर्जी महसूस होती है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।