Vitamin K Deficiency: पैरों के दर्द, कमजोरी और भारीपन महसूस हो रहा है, तो यह आपके शरीर में विटामिन-K की कमी के भी लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में जानिए कि विटामिन-K की कमी के क्या लक्षण शरीर में दिखते हैं। आइए जानते हैं।
Vitamin-K Deficiency Symptoms: पैरों के दर्द, कमजोरी और भारीपन को हम अक्सर दिनभर की भागदौड़, थकान या ओवरवर्क समझ बैठते हैं। साथ ही कई लोग इसे अपने उम्र का असर मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, ये सिर्फ ओवरवर्क और भागदौड़ का नतीजा नहीं, बल्कि शरीर में किसी जरूरी पोषक तत्व की कमी का संकेत भी हो सकता है। अगर आपको भी ये लक्षण नजर आते हैं, तो हो सकती है, जो ब्लड क्लॉटिंग को कंट्रोल करने और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। यहां जानिए विटामिन-K की कमी से होने वाले संभावित लक्षण, जिन्हें पहचानकर आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर रख सकते हैं।
शरीर के अंदरूनी हिस्सों में खून का रिसाव होने पर पेशाब या मल में खून दिख सकता है। यह गंभीर लक्षण है और तुरंत डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए।
बिना किसी कारण बार-बार मसूड़ों से या नाक से खून बहना भी इस कमी की ओर इशारा करता है। यह तब होता है जब खून का थक्का जमने की क्षमता घट जाती है।
अगर बिना चोट के त्वचा पर बार-बार नीले या बैंगनी धब्बे बनने लगें, तो सावधान हो जाइए। ये निशान तब बनते हैं जब नसों से ब्लड लीक होकर त्वचा के नीचे जमा हो जाता है।
विटामिन-K हड्डियों को मजबूत करने वाले खास प्रोटीन को सक्रिय करता है। इसकी कमी से हड्डियों की घनत्व घट सकता है, जिससे पैरों और जोड़ों में दर्द या कमजोरी महसूस होती है।
छोटी सी खरोंच या कट पर भी अगर खून देर तक रुकने का नाम न ले, तो यह विटामिन-K डिफिशियेंसी का बड़ा संकेत है। यह विटामिन खून को जमने में मदद करता है, और कमी होने पर खून पतला हो जाता है, जिससे घाव जल्दी नहीं भरता।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।