Real Vs Fake Leather: असली लेदर खरीदना एक इन्वेस्टमेंट की तरह है। यह लंबे समय तक चलता है और इसकी क्वालिटी का मुकाबला कोई नहीं कर सकता। लेकिन इसके लिए सही जानकारी होना बेहद जरूरी है। अब जब आपके पास असली और नकली लेदर की पहचान करने के आसान टिप्स हैं, तो अगली बार लेदर प्रोडक्ट खरीदते वक्त इन बातों का ध्यान रखें। इससे आप न सिर्फ सही प्रोडक्ट खरीदेंगे, बल्कि अपने पैसे का भी सही इस्तेमाल करेंगे।
Real Vs Fake Leather: आपने कभी सोचा है, जब आप किसी स्टाइलिश लेदर जैकेट या क्लासी बैग को देखते हैं और तुरंत उसे खरीदने का मन बना लेते हैं, तो क्या वह सच में असली लेदर होता है?
लेदर का नाम सुनते ही एक टिकाऊ, स्टाइलिश और क्लासिक प्रोडक्ट की तस्वीर सामने आती है। लेकिन बाजार में नकली लेदर इतनी सफाई से तैयार किया जाता है कि असली और नकली (Real Vs Fake Leather) में फर्क करना मुश्किल हो जाता है। अगर आप भी लेदर प्रोडक्ट्स जैसे बैग, जैकेट, जूते या वॉलेट खरीदते वक्त असमंजस में पड़ जाते हैं, तो परेशान होने की जरूरत नहीं। आइए जानते हैं, कुछ आसान टिप्स के बारे में जिनकी मदद से आप असली लेदर (Real Leather) की पहचान कर सकते हैं।
जब भी आप लेदर के चीजें खरीदने के लिए मार्केट जाते है,तो सबसे पहले उसका लेबल जरूर चेक करें। असली लेदर के साथ हमेशा जेनुइन लेदर या रियल लेदर लिखा होता है। अगर लेबल पर बॉन्डेड लेदर, पीयू लेदर, सिंथेटिक लेदर या विगन लेदर लिखा हो, तो यह समझ लें कि वह प्रोडक्ट नकली है। लेबल की जांच करना सबसे पहला और सरल तरीका है।
असली लेदर की पहचान का एक बेहतरीन तरीका है इसे छूकर देखना। असली लेदर की सतह थोड़ी खुरदरी और नेचुरल बनावट वाली होती है। जब आप इसे दबाते हैं, तो इसमें हल्की झुर्रियां पड़ती हैं, जो इसे और खास बनाती हैं। वहीं नकली लेदर की सतह चिकनी और एक जैसी होती है। इसे दबाने पर यह सख्त महसूस होता है और कोई झुर्रियां नहीं पड़तीं।
असली और नकली लेदर की पहचान करने का सबसे सरल तरीका है, कि आप उसे सूंघकर पता कर सकते हैं कि वो असली या नकली हैं। असली लेदर की गंध बहुत अलग होती है। इसमें एक नेचुरल, मिट्टी जैसी खुशबू आती है। नकली लेदर से अक्सर प्लास्टिक या केमिकल की गंध आती है। अगर गंध तेज और unnatural हो, तो वह प्रोडक्ट नकली हो सकता है।
जब भी आप लेदर का सामान लें तो सबसे पहले लेदर प्रोडक्ट्स के किनारे पर देखें। यह आपको असली और नकली के बीच का अंतर साफ दिखा सकते हैं। असली लेदर के किनारे थोड़े खुरदरे और असमान होते हैं, क्योंकि यह नेचुरल मटेरियल है। वहीं नकली लेदर के किनारे एकदम साफ-सुथरे और परफेक्ट होते हैं, जो मशीन से बनाए गए होने का संकेत हैं।
अगर आप शॉप पर हैं और प्रोडक्ट की पहचान करना चाहते हैं, तो पानी का छोटा सा टेस्ट कर सकते हैं। असली लेदर पानी को सोख लेता है और गहरा हो जाता है। नकली लेदर पर पानी की बूंदें सतह पर ही रह जाती हैं। आप इस टेस्ट को करते समय भी सावधान रहें, क्योंकि कुछ लेदर प्रोडक्ट्स पर स्पेशल ट्रीटमेंट किया जाता है, जिससे उनके अंदर पानी नहीं जा पाता है।
कीमत पर नजर डालें: असली लेदर महंगा होता है। अगर कोई प्रोडक्ट आपको बहुत कम कीमत पर मिल रहा है, तो यह नकली हो सकता है।
सिलाई और फिनिशिंग: असली लेदर प्रोडक्ट्स में सिलाई और फिनिशिंग मजबूत और सटीक होती है, जबकि नकली लेदर में यह अक्सर कमजोर दिखती है।
दाग और निशान: असली लेदर पर समय के साथ हल्के दाग और निशान आ सकते हैं, जो इसकी नेचुरल खूबसूरती को दिखाते हैं। नकली लेदर इन चीजों से बचा रहता है।