Vitamin D: अगर आप हेल्दी शरीर और ग्लोइंग स्किन पाना चाहते हैं, तो रोजाना कुछ समय धूप में रहना न भूलें। लेकिन यह जानना भी जरूरी है कि कब और कितनी देर के लिए धूप में रहना फायदेमंद हो सकता है। आइए जानते हैं कि किस समय और कितनी देर धूप लेना आपकी स्किन और शरीर को तंदुरुस्त बनाए रख सकता है।
Vitamin D Benefits: अगर आप नेचुरल तरीके से अपनी सेहत और स्किन दोनों को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो धूप में कुछ वक्त बिताना आपकी दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए। सूरज की किरणें शरीर के लिए विटामिन D का सबसे प्राकृतिक और असरदार स्रोत हैं। यह न सिर्फ हड्डियों को मजबूत बनाता है, बल्कि स्किन में भी हेल्दी ग्लो लाता है। लेकिन यह जानना भी जरूरी है कि कब और कितनी देर धूप में रहना फायदेमंद होता है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी पूरी जानकारी।
सुबह की हल्की धूप में मौजूद अल्ट्रावायलेट-बी (UVB) किरणें शरीर में विटामिन D बनाने में मदद करती हैं। सुबह 7 बजे से 10 बजे तक की धूप सबसे सेफ और फायदेमंद मानी जाती है। इस समय सूरज की किरणें न तो बहुत तेज होती हैं और न ही स्किन को नुकसान पहुंचाती हैं।
रोजाना कम से कम 15 से 30 मिनट तक धूप में रहना शरीर के लिए पर्याप्त होता है। हालांकि, आपकी स्किन टोन, लोकेशन और मौसम के अनुसार यह समय थोड़ा कम या ज्यादा हो सकता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, सीमित मात्रा में धूप लेना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। इससे शरीर में विटामिन D बनता है जो हड्डियों और इम्यून सिस्टम के लिए जरूरी होता है। हालांकि, ज़्यादा धूप लेने से त्वचा संबंधी रोग हो सकते हैं, इसलिए संतुलन बनाए रखना आवश्यक है।
धूप में निकलते वक्त चेहरे या ज्यादा संवेदनशील हिस्सों पर हल्का सनस्क्रीन लगाना बेहतर होता है। लेकिन हाथ, पैर या पीठ जैसे हिस्सों को खुला रखना जरूरी है, ताकि स्किन सीधे धूप के संपर्क में आ सके और विटामिन D बन सके।
दोपहर की तेज धूप में छांव में रहना या सन प्रोटेक्शन गियर (जैसे टोपी, चश्मा, छाता) का इस्तेमाल करना सुरक्षित रहता है।
विटामिन D शरीर में कैल्शियम और फॉस्फोरस के अवशोषण में मदद करता है, जिससे हड्डियां मजबूत बनती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है।
यह त्वचा की सेल्स को रिपेयर करने में सहायता करता है और सूजन को कम करता है, जिससे त्वचा साफ और चमकदार नजर आती है।
विटामिन D बालों की जड़ों (फॉलिकल्स) को सक्रिय करता है, जिससे बालों का झड़ना कम होता है और नई ग्रोथ को बढ़ावा मिलता है।
यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है और बैक्टीरिया व वायरस से लड़ने में मदद करता है।
विटामिन D की कमी से शरीर में सुस्ती और कमजोरी महसूस हो सकती है। इसकी पर्याप्त मात्रा शरीर को ऊर्जा देती है।
यह दिमाग में सेरोटोनिन जैसे हार्मोन के स्तर को संतुलित करता है, जिससे मूड अच्छा रहता है और तनाव कम होता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।