Kamla Pasand Owner Bahu : कमल पसन्द मालिक कमल किशोर की बहू दीप्ति चौरसिया की कथित आत्महत्या ने सभी को झकझोर दिया। जानें परिवार, विवाद और पूरी घटना की अहम बातें।
Kamla Pasand Owner Bahu : दिल्ली से एक बेहद दुखद खबर सामने आई जिसने कमल किशोर के परिवार को अचानक सुर्खियों में ला दिया। 26 नवंबर 2025 को उनकी बहू दीप्ति चौरसिया की दक्षिण दिल्ली स्थित उनके घर में कथित तौर पर आत्महत्या से मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दीप्ति की शादी हरप्रीत चौरसिया से हुई थी और दोनों का 14 साल का एक बेटा भी है। इस घटना ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
बहुत से लोग उन्हें सिर्फ कमल पसन्द या राजश्री पान मसाला के मालिक के रूप में जानते हैं। कमल किशोर एक जाने-माने बिजनेसमैन हैं जिनका कारोबार आज करोड़ों-अरबों में पहुंच चुका है। बताया जाता है कि उनका फैमिली बिजनेस 1970 के दशक में कानपुर से शुरू हुआ था। तब यह सिर्फ एक छोटा सा पान-मसाले का स्टॉल था, जो बाद में बढ़ते-बढ़ते एक बड़े पैकेज्ड पान-मसाला और गुटखा ब्रांड में बदल गया।
आज उनका बिजनेस दिल्ली, कानपुर, मुंबई और कोलकाता जैसे शहरों तक फैला हुआ है। कमला पसन्द पान मसाला को KP ग्रुप और कमला कांत कंपनी मिलकर चलाती हैं। भारत में पान मसाले का बाजार काफी बड़ा है, एक रिपोर्ट के अनुसार 2024 में भारतीय पान मसाला मार्केट की वैल्यू लगभग 46,882 करोड़ रुपये थी। हालांकि कमल किशोर की निजी जिंदगी के बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन यह साफ है कि उनके बेटे का नाम हरप्रीत चौरसिया है।
दीप्ति चौरसिया लगभग 40 वर्ष की थीं और अपने पति और बेटे के साथ वसंत विहार, दक्षिण दिल्ली में रहती थीं। 26 नवंबर को उनका शव घर में मिला। पुलिस को वहां से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ जिसमें दीप्ति ने किसी को दोष नहीं दिया। लेकिन उनकी एक लाइन चर्चा में रही "अगर प्यार और भरोसा नहीं है, तो जिंदगी का क्या मतलब है?" गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट में बताया गया कि दीप्ति बहुत ही शांत और प्राइवेट नेचर की महिला थीं। वह एक डायरी भी लिखती थीं, जिसे उन्होंने अपनी मौत से पहले छोड़ दिया था। घटना के कुछ घंटों बाद दीप्ति के भाई ने आरोप लगाए कि उनकी बहन के साथ ससुराल में ठीक व्यवहार नहीं होता था। हालांकि अभी तक इन आरोपों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
इस घटना के कुछ समय बाद दीप्ति के मायके वालों ने एक आधिकारिक बयान जारी किया। उन्होंने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह एक बेहद दुखद घटना है और किसी को दोष देना सही नहीं है। दोनों परिवारों ने मिलकर अंतिम संस्कार करने का फैसला लिया ताकि दीप्ति को पूरी इज्जत के साथ विदाई दी जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि दीप्ति की अचानक मौत दोनों घरों के लिए बहुत बड़ा नुकसान है और सभी बेहद दुख में हैं।