Winter Diet Alert: सर्दियों में हमारा शरीर गर्माहट बनाए रखने के लिए ज्यादा मेहनत करता है, ऐसे में गलत खान-पान से सर्दी-जुकाम, गले की खराश और पाचन संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
Winter Diet Alert: सर्दियों में हमारा पाचन कमजोर और शरीर थोड़ा सुस्त हो जाता है, ऐसे में हर चीज खाना सेहत पर उल्टा असर डाल सकता है। खासकर दिसंबर में कुछ फूड्स ऐसे होते हैं जो ठंड में शरीर का तापमान और पाचन दोनों बिगाड़ देते हैं। अगर इन चीजों को रोजाना की डाइट में शामिल किया जाए, तो सर्दियों में सर्दी-जुकाम से लेकर पेट की समस्याएं तक बढ़ सकती हैं। इसलिए यह जानना जरूरी है कि इस मौसम में किन फूड्स से दूरी बनाकर रखना ही बेहतर है।
सर्दियों में खीरा, तरबूज, खरबूजा या ऐसी हरी पत्तेदार सब्जियां जिनकी तासीर ठंडी मानी जाती है, शरीर का तापमान कम कर देती हैं। इससे गला बैठना, सर्दी-खांसी और सीने में जमाव जैसी दिक्कतें बढ़ सकती हैं।कच्चा और ठंडा खाना इस मौसम में पाचन को भी कमजोर करता है, इसलिए सलाद को सीमित मात्रा में लें और कोशिश करें कि खाने में गाजर, अदरक, मेथी, शलगम जैसी गर्माहट देने वाली चीजें शामिल हों।
ठंड में ज्यादा डेयरी लेना कई लोगों के लिए परेशानी पैदा कर सकता है। दही, छाछ, स्मूदी, शेक या फ्रिज से निकली कोई भी ठंडी चीज गले और छाती को ठंडा कर देती है।खासकर जिन लोगों को खांसी, कफ या अस्थमा जैसी समस्या रहती है, उन्हें ठंडे डेयरी प्रोडक्ट्स से पूरी तरह दूर रहना चाहिए। आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक्स तो बिल्कुल न लें ये ना केवल गला खराब करते हैं बल्कि इम्यूनिटी भी कमजोर कर सकते हैं।
सर्दियों में पैकेज्ड स्नैक्स, फ्रोजन फूड, इंस्टेंट नूडल्स या डिब्बाबंद जूस से बचना समझदारी है। इनमें मौजूद प्रिज़र्वेटिव्स, आर्टिफिशियल फ्लेवर और हाई शुगर शरीर में सूजन, पानी की कमी और एलर्जी जैसी समस्याओं को जन्म देते हैं। पैकेज्ड जूस में मौजूद अत्यधिक चीनी शरीर की संक्रमण से लड़ने की क्षमता को कम कर देती है, जिससे मौसम बदलने पर बीमार पड़ने का जोखिम बढ़ जाता है।
सर्दी में कई लोग नॉनवेज ज्यादा खाते हैं, लेकिन रेड मीट और हाई-फैट मीट पचने में समय लेते हैं। इससे सुस्ती, भरा-भरा पेट, गैस और वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है। बहुत अधिक प्रोटीन वाला भारी नॉनवेज भोजन कफ बढ़ाने और गले में जमाव पैदा करने का भी कारण बनता है। इसलिए इस मौसम में बेहद तले-भुने या मसालेदार मीट से दूरी रखें और हल्का, आसानी से पचने वाला भोजन चुनें।
दिसंबर में ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक या फ्रिज की कोई भी चीज सीधे खाने से शरीर जल्दी ठंड पकड़ लेता है। ठंडी चीजें गले में सूजन, खराश और संक्रमण का जोखिम बढ़ाती हैं। सर्दियों में कमरे के तापमान या हल्के गुनगुने पानी का सेवन न सिर्फ गले को आराम देता है बल्कि पाचन को भी बेहतर बनाता है।