UP Politics: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने BJP पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि SIR की जगह अंदरखाने NRC जैसा काम हो रहा है।
UP Politics: लोकसभा में मंगलवार को चुनाव सुधार पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग और सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने उत्तर प्रदेश में हुए उपचुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि चुनाव में निष्पक्ष कार्रवाई कहीं भी देखने को नहीं मिली।
अखिलेश यादव ने कहा कि रामपुर उपचुनाव में BJP नेतृत्व और मुख्यमंत्री ने तय किया था कि यहां से भाजपा की जीत होगी। उन्होंने कहा,'' वोटिंग के दिन हमने देखा कि किस तरह से पुलिस-प्रशासन इस बात पर ध्यान दे रहा था कि कोई वोटर घर से ना निकले। पहली बार BJP वहां से लोकसभा चुनाव जीती। हमने चुनाव आयोग को एक-एक घटना की सूचना दी, लेकिन आयोग ने किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। अगर कोई कार्रवाई हुई हो तो बता दें।''
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सपा सांसद ने कहा कि चुनाव में हार-जीत होती है, लेकिन आयोग का काम निष्पक्ष रहना है। अखिलेश यादव ने CEC की नियुक्ति प्रक्रिया में बदलाव को लेकर कांग्रेस की मांग का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि बैलेट पेपर से वोटिंग होनी चाहिए। जो लोग तकनीक की दुहाई दे रहे हैं, वह देख लें कि तकनीक में जापान-जर्मनी जैसे देश कहां खड़े हैं और भारत कहां है। इसके बावजूद जब जापान-जर्मनी जैसे देश बैलेट पेपर से वोटिंग करा सकते हैं, तो हम क्यों नहीं?
फ्रीबिज को लेकर सवाल उठाते हुए अखिलेश ने कहा, '' हमने यूपी में एक नई नीति बनाई। उस वक्त BJP ने कहा कि यह चुनाव प्रभावित करने के लिए किया गया है। इसके बाद आयोग से रोक लगवाने का काम किया गया था। TV पर बराबर स्पेस मिलना चाहिए, सोशल मीडिया पर निगेटिव कैंपेन में BJP हजारों करोड़ रुपए खर्च कर रही है। इलेक्टोरल बॉन्ड्स सबसे ज्यादा BJP को और दूसरे नंबर पर कांग्रेस को मिले।
SIR को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में 10 लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने कहा कि चुनाव सुधार की प्रक्रिया सबसे पहले चुनाव आयोग से ही शुरू होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वन नेशन-वन इलेक्शन के साथ-साथ वोटर लिस्ट को भी एक करने की बात हो रही है, लेकिन उत्तर प्रदेश में तो आधार कार्ड जैसी पहचान को भी मान्यता नहीं दी जा रही। यह SIR नहीं है, यह अंदरखाने में NRC जैसा काम चल रहा है।"