लखनऊ

Barabanki Tragedy: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया गहरा शोक, मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख सहायता का ऐलान

Barabanki Bus Accident: बाराबंकी में शुक्रवार सुबह मूसलाधार बारिश के बीच एक अनुबंधित रोडवेज बस पर विशालकाय गूलर का पेड़ गिरने से छह लोगों की मौत हो गई, जिनमें चार महिला शिक्षक शामिल हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख की सहायता और घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए।

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Aug 08, 2025
Barabanki heavy rain bus accident (Photo source: Patrika)

BarabankiAccident: जनपद बाराबंकी में शुक्रवार सुबह हुए भीषण सड़क हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया। मूसलाधार बारिश के बीच एक गूलर का विशालकाय पेड़ सड़क से गुजर रही उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की अनुबंधित बस पर गिर गया। इस दर्दनाक हादसे में बस चालक समेत छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई यात्री घायल हो गए। मृतकों में चार महिला शिक्षक भी शामिल हैं।

जैदपुर थाना क्षेत्र के राजा बाजार के पास हुई इस घटना में बस की छत और खिड़कियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। अचानक हुई इस घटना से बस में अफरा-तफरी मच गई और चीख-पुकार के बीच कई यात्री बस के अंदर फंस गए। मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और बचाव दल को सूचना दी।

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मुख्यमंत्री ने जताया शोक, संवेदनाएं व्यक्त की

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए प्रत्येक को ₹5 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा, “यह हादसा अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। प्रदेश सरकार इस कठिन समय में उनके साथ खड़ी है।” मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कर उनका समुचित इलाज कराया जाए। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की।

बारिश बनी हादसे की वजह

मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पिछले कई घंटों से जारी तेज बारिश के कारण पेड़ की जड़ें कमजोर हो गई थीं। तेज हवाओं के बीच विशालकाय गूलर का पेड़ अचानक बस के ऊपर गिर पड़ा। यह बस बाराबंकी से हैदरगढ़ की ओर जा रही थी और उसमें दर्जनों यात्री सवार थे। पेड़ गिरते ही बस के ऊपरी हिस्से में बैठे यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। कई लोग बस की सीटों के बीच फंस गए, जिन्हें निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं। जेसीबी मशीन की मदद से पेड़ को हटाने और बस में फंसे यात्रियों को निकालने का कार्य शुरू किया गया। स्थानीय ग्रामीणों ने भी बचाव कार्य में सक्रिय भूमिका निभाई। घायलों को एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में पहुंचाया गया। प्रशासन ने गंभीर रूप से घायल लोगों को बेहतर इलाज के लिए लखनऊ रेफर कर दिया है।

मृतकों में चार महिला शिक्षक

अधिकारियों ने बताया कि हादसे में जिन छह लोगों की जान गई, उनमें बस चालक और चार महिला शिक्षक शामिल हैं, जो ड्यूटी पर जा रही थीं। मृतकों के नामों की आधिकारिक पुष्टि के बाद परिजनों को सूचित कर दिया गया है।

मुआवजे और जांच के निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न केवल मुआवजा देने की घोषणा की, बल्कि पूरे मामले की विस्तृत जांच के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक कारणों से होने वाली दुर्घटनाओं के बावजूद, प्रशासन को सतर्कता और एहतियाती उपाय अपनाने चाहिए। जिला प्रशासन ने हादसे के कारणों की जांच के लिए एक टीम गठित कर दी है। साथ ही, बारिश के मौसम में पुराने और जर्जर पेड़ों की समय-समय पर छंटाई करने की योजना भी बनाई जा रही है।

परिवहन निगम की अपील

उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने यात्रियों और चालकों से अपील की है कि वे बरसात के मौसम में विशेष सावधानी बरतें। निगम के अधिकारियों ने कहा कि “आपकी सुरक्षा, हमारी प्राथमिकता है। सड़क पर धैर्य, सावधानी और जिम्मेदारी से ही दुर्घटनाओं से बचाव संभव है। कृपया गति पर नियंत्रण रखें और मौसम की स्थिति के अनुसार यात्रा करें।”

माहौल में शोक की लहर

घटना के बाद बाराबंकी और आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर फैल गई है। मृतकों के गांवों में मातम पसरा हुआ है और लोग इस हादसे को लेकर बेहद आक्रोशित हैं। कई लोगों का कहना है कि प्रशासन को ऐसे पुराने पेड़ों को समय रहते हटाना चाहिए था।

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