लखनऊ

BJP Meeting: चुनावी रणभूमि में उतरने को तैयार भाजपा: लखनऊ में जुटेंगे प्रदेश के सभी कप्तान

Big BJP Meeting in Lucknow Tomorrow: भाजपा ने आगामी एमएलसी और पंचायत चुनावों को लेकर संगठन को सक्रिय मोड में ला दिया है। इसी क्रम में शनिवार को लखनऊ में प्रदेश स्तरीय बैठक बुलाई गई है। बैठक में सभी जिलाध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारी और संगठन प्रभारी शामिल होंगे। चुनावी रणनीति, बूथ प्रबंधन और अभियान की रूपरेखा पर चर्चा होगी।

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Nov 01, 2025
BJP Meeting Lucknow (फोटो सोर्स : Whatsapp Group)

BJP Big Meeting in Lucknow Tomorrow: उत्तर प्रदेश में आगामी विधान परिषद (एमएलसी) और पंचायत चुनावों की तैयारियों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कमर कस ली है। संगठन ने प्रदेशभर से अपने सभी जिला अध्यक्षों, क्षेत्रीय पदाधिकारियों और संगठन विस्तार में सक्रिय जिम्मेदार नेताओं को राजधानी लखनऊ बुलाया है। यह बैठक शनिवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित की जाएगी। बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि इसे आगामी चुनावी अभियानों की रूपरेखा तय करने का मंच माना जा रहा है।

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दो सत्रों में होगी बैठक, तय होगी चुनावी रणनीति

भाजपा की यह बैठक दो सत्रों में आयोजित की जाएगी। पहला सत्र सुबह 11 बजे से 12:30 बजे तक चलेगा, जिसमें संगठन की वर्तमान स्थिति, बूथ प्रबंधन और सदस्यता विस्तार अभियान पर समीक्षा होगी। वहीं, दूसरा सत्र दोपहर 1 बजे से 2:30 बजे तक निर्धारित किया गया है, जिसमें आगामी एमएलसी और पंचायत चुनावों की रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल, और प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता बैठक में मौजूद रहेंगे। संगठन की दिशा और रणनीति तय करने वाले प्रमुख बिंदुओं पर विचार-विमर्श होगा, ताकि आने वाले महीनों में होने वाले चुनावों में पार्टी अधिकतम सीटें जीत सके।

संगठन विस्तार और बूथ प्रबंधन पर फोकस

भाजपा की रणनीति का सबसे महत्वपूर्ण पहलू हमेशा से उसका बूथ स्तर का संगठन रहा है। पार्टी चाहती है कि हर बूथ पर सक्रिय कार्यकर्ता न केवल जनता से जुड़े रहें, बल्कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाएं। बैठक में बूथ समितियों की कार्यप्रणाली की समीक्षा की जाएगी, साथ ही उन जिलों की रिपोर्ट भी ली जाएगी जहां बूथ सत्यापन या पुनर्गठन की प्रक्रिया अभी अधूरी है। संगठन विस्तार को लेकर विशेष निर्देश भी दिए जाएंगे कि नवंबर-दिसंबर तक हर जिले में “मेरा बूथ, सबसे मजबूत” अभियान का पुनरावलोकन किया जाए। प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल ने सभी जिलाध्यक्षों को पहले ही निर्देश भेज दिए हैं कि वे अपने-अपने जिलों में चल रहे अभियान की अद्यतन रिपोर्ट लेकर बैठक में उपस्थित हों।

चुनावी अभियान को लेकर खाका तैयार होगा

बैठक में आगामी महीनों में पार्टी के प्रमुख अभियानों जैसे "लोक कल्याण संकल्प यात्रा", "नया भारत, आत्मनिर्भर भारत" और "विकास की गाथा- हर घर भाजपा" पर भी चर्चा होगी। पार्टी इन अभियानों को चुनावी तैयारियों से जोड़ने की योजना बना रही है, ताकि जमीनी स्तर पर कार्यकर्ता जनता से सीधा संवाद कर सकें। एमएलसी और पंचायत चुनावों के मद्देनजर प्रत्याशियों के चयन, सोशल मीडिया समन्वय और जमीनी प्रचार रणनीति पर भी विचार-विमर्श होगा। पार्टी का फोकस रहेगा कि कार्यकर्ताओं के बीच सामंजस्य बढ़ाया जाए और संगठनात्मक एकजुटता से विपक्षी दलों को कड़ी चुनौती दी जा सके।

जनता से जुड़ाव और सरकारी योजनाओं का प्रचार

भाजपा चाहती है कि आगामी चुनावों में जनता तक सरकार की उपलब्धियों को प्रभावशाली तरीके से पहुंचाया जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में चल रही जनकल्याणकारी योजनाओं, जैसे प्रधान मंत्री आवास योजना, हर घर नल योजना, किसान सम्मान निधि, उज्ज्वला योजना को जन-जन तक प्रचारित करने की जिम्मेदारी संगठन के स्तर पर दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार, बैठक में यह भी तय किया जाएगा कि भाजपा के विधायक, सांसद और पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में जनसंवाद कार्यक्रम करें। इसके लिए पार्टी का मीडिया प्रकोष्ठ और आईटी सेल मिलकर एक साझा रणनीति बनाएंगे।

संगठन के अनुशासन पर भी चर्चा

पार्टी की अंदरूनी मजबूती के लिए अनुशासन को प्राथमिकता दी जाएगी। बताया जा रहा है कि प्रदेश नेतृत्व उन जिलाध्यक्षों से भी स्पष्टीकरण ले सकता है जिन जिलों में हाल ही में कार्यकर्ता असंतोष या गुटबाजी की शिकायतें आई हैं। भाजपा का मानना है कि चुनाव संगठन की एकजुटता से ही जीते जाते हैं, इसलिए मतभेदों को जल्द सुलझाना आवश्यक है। प्रदेश कार्यालय से जुड़े एक वरिष्ठ नेता ने बताया, “भाजपा का लक्ष्य केवल चुनाव जीतना नहीं है, बल्कि संगठन को इतनी मजबूती देना है कि हर कार्यकर्ता खुद को पार्टी की रीढ़ समझे।”

क्यों अहम है यह बैठक

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह बैठक भाजपा के लिए बेहद अहम है क्योंकि यह लोकसभा चुनाव 2029 की दिशा में पहला संगठनात्मक कदम मानी जा रही है। साथ ही एमएलसी और पंचायत चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति यह तय करेगी कि जमीनी स्तर पर उसकी पकड़ कितनी मजबूत बनी हुई है।भाजपा इस बैठक के माध्यम से यह संदेश देना चाहती है कि वह केवल सत्ता में बने रहने तक सीमित नहीं है, बल्कि संगठनात्मक रूप से भी निरंतर सक्रिय है।

भाजपा मुख्यालय में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम

भाजपा मुख्यालय, लखनऊ में बैठक को देखते हुए सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं। लखनऊ पुलिस ने परिसर के अंदर और बाहर सुरक्षा घेरा मजबूत किया है। आने-जाने वाले वाहनों की चेकिंग की जा रही है। मीडिया के प्रवेश के लिए भी अलग से पास जारी किए गए हैं।

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