BSP सुप्रीमो मायावती ने गाजियाबाद के जिलाध्यक्ष नरेंद्र मोहित को हटाकर उनकी जगह मनोज जाटव को नियुक्त किया है। मेरठ मंडल प्रभारी विजय सिंह की शिकायत तथा 23 अक्टूबर को पार्टी कार्यालय की होर्डिंग फाड़ने की घटना को कार्रवाई की प्रमुख वजह बताया जा रहा है।
BSP Mayawati Ghaziabad Politics: बहुजन समाज पार्टी ( BSP ) सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को एक और बड़ा संगठनात्मक बदलाव कर दिया। गाजियाबाद के जिलाध्यक्ष नरेंद्र मोहित को पद से हटाकर मनोज जाटव को नया जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। लगातार दूसरे दिन हुई इस कड़ी कार्रवाई ने पार्टी के भीतर हलचल पैदा कर दी है। सूत्रों के मुताबिक इस बदलाव की वजह मेरठ मंडल प्रभारी विजय सिंह की शिकायत है। आरोप है कि 9 अक्टूबर की रैली के लिए कार्यकर्ताओं से नकद चंदा लिया गया, जबकि पार्टी की ओर से बिना नकद सहयोग लेने के निर्देश थे। साथ ही 23 अक्टूबर को पार्टी कार्यालय में लगी मायावती की होर्डिंग फाड़े जाने को लेकर भी दोनों नेताओं के बीच विवाद हुआ।
बीते गुरुवार मायावती ने लखनऊ-कानपुर मंडल प्रभारी रहे शमसुद्दीन को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने बसपा सुप्रीमो के लगातार 37 फोन कॉल रिसीव नहीं किए। अब नरेंद्र मोहित पर गाजियाबाद संगठन में अव्यवस्था और चंदा विवाद को लेकर कार्रवाई की गई है। इस लगातार अनुशासनात्मक रुख से यह संदेश साफ है कि मायावती संगठन में ढिलाई या मनमानी कतई बर्दाश्त नहीं करेंगी। पार्टी कैडर में इसे लेकर दहशत और असमंजस की स्थिति है।
सूत्र बताते हैं कि 70 वर्षीय मेरठ मंडल प्रभारी विजय सिंह . 44 वर्षीय गाजियाबाद जिलाध्यक्ष रहे नरेंद्र मोहित के बीच खटास 2023 से ही बनी हुई है। कभी विजय सिंह गाजियाबाद जिलाध्यक्ष थे और नरेंद्र उनके जूनियर महासचिव। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले संगठनात्मक बदलाव में मोहित को विजय सिंह से बड़ा पद दे दिया गया। यहीं से “सीनियर बनाम जूनियर” का संघर्ष शुरू हुआ।
विजय सिंह को लगता है कि नरेंद्र मोहित ने उनका हक छीनकर पद पाया है। माहौल ऐसा बन गया कि अवसर मिलते ही दोनों एक-दूसरे को नुकसान पहुँचाने की रणनीति में रहते थे।
गाजियाबाद राजनगर स्थित बसपा कार्यालय में मायावती और नरेंद्र मोहित की बड़ी होर्डिंग लगी थी। 23 अक्टूबर को यह अचानक हटाई गई। आरोप है कि विजय सिंह समर्थकों ने इसे हटाकर विवाद को हवा दी। इसने दोनों नेताओं की खींचतान को नया रूप दे दिया।
गाजियाबाद में बसपा संगठन में मोहित नाम के तीन प्रमुख चेहरे
चंदा वसूली की शिकायत में बताया जा रहा है कि विजय सिंह ने ‘मोहित’ नाम का फायदा उठाकर शिकायत सीधे नरेंद्र के खिलाफ दिए जाने को सुनिश्चित किया।