Childless Woman Kidnaps Newborn: लखनऊ में दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई, जहां एक निःसंतान महिला ने अपनी ही देवरानी के एक माह के नवजात बच्चे का अपहरण कर लिया। पुलिस ने हरदोई से महिला और उसके पहले पति को गिरफ्तार कर बच्चे को सकुशल बरामद किया।
Lucknow Hardoi Kidnapping Case: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने अपनी ही देवरानी के घर से एक माह के नवजात शिशु की चोरी कर ली और फरार हो गई। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने मोबाइल फोन की लोकेशन के आधार पर महिला और उसके पहले पति को हरदोई जिले के संडीला इलाके से गिरफ्तार कर लिया और बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। यह मामला न केवल अपराध का है, बल्कि सामाजिक और मानसिक पहलुओं को भी उजागर करता है, जहां संतान की चाह ने एक महिला को गलत रास्ते पर चलने को मजबूर कर दिया।
पुलिस के अनुसार, आरोपी महिला की पहली शादी कई साल पहले एक युवक से हुई थी, लेकिन शादी के बाद वह पांच वर्षों तक निःसंतान रही। इस कारण उसके वैवाहिक जीवन में तनाव बढ़ता चला गया। धीरे-धीरे हालात इतने बिगड़ गए कि उसने अपने पहले पति को छोड़ दिया। इसके बाद अप्रैल 2025 में महिला ने लखनऊ में रहने वाले एक दैनिक मजदूर से दूसरी शादी कर ली और वहां रहने लगी। पुलिस का कहना है कि दूसरी शादी के बाद भी महिला के मन में संतान को लेकर अवसाद बना रहा।
महिला के दूसरे पति की बहन, जो उसकी देवरानी लगती है, 1 नवंबर को अपने मायके आई थी। वहीं पर उसने एक स्वस्थ पुत्र को जन्म दिया। पूरे परिवार में खुशी का माहौल था और रिश्तेदार लगातार बच्चे को देखने आ रहे थे। पुलिस के अनुसार, इसी दौरान आरोपी महिला के मन में गलत विचार पनपने लगे। बच्चे को देखकर वह भावनात्मक रूप से बेहद कमजोर हो गई और उसे लगा कि अगर वह इस बच्चे को अपने पास रख ले तो उसकी जिंदगी पूरी हो जाएगी।
3 दिसंबर की रात, परिवार के लोग जब सो रहे थे, तब आरोपी महिला ने चोरी की योजना को अंजाम दिया। वह चुपचाप कमरे में गई और नवजात शिशु को उठा ले गई। इसके साथ ही उसने घर में रखा करीब 30 हजार रुपये नकद, सोने-चांदी के गहने और दो मोबाइल फोन भी उठा लिए। इसके बाद वह सीधे हरदोई जिले में स्थित अपने पहले पति के घर पहुंच गई, जहां पहले से ही सब कुछ तय किया गया था। पुलिस को शक है कि इस पूरे घटनाक्रम में उसका पहला पति भी उसकी मदद कर रहा था।
घटना के बाद जब परिजनों ने बच्चे को गायब पाया तो घर में कोहराम मच गया। तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने गुमशुदगी और चोरी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के दौरान चोरी हुए मोबाइल फोनों को सर्विलांस पर लगाया गया। कॉल डिटेल और लोकेशन के आधार पर पुलिस को पता चला कि मोबाइल की लोकेशन हरदोई के संडीला इलाके में ट्रेस हो रही है। पुलिस की एक विशेष टीम हरदोई पहुंची और संदिग्ध ठिकाने पर दबिश देकर महिला और उसके पहले पति को गिरफ्तार कर लिया। उसी दौरान नवजात शिशु को भी सकुशल बरामद कर लिया गया।
संडीला कोतवाली के थाना प्रभारी विद्यासागर पाल ने बताया कि पूछताछ के दौरान महिला ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उसने पुलिस को बताया कि वह पिछले कई वर्षों से संतान न होने के कारण मानसिक तनाव में थी। जब उसकी देवरानी ने बेटे को जन्म दिया तो वह खुद पर नियंत्रण नहीं रख सकी और बच्चे को चुरा ले गई। महिला ने पुलिस के सामने कहा कि “मैं बहुत समय से टूट चुकी थी। बच्चा देखकर मन डोल गया और मैं लालच में आ गई। यह मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती थी।”
पुलिस द्वारा बच्चे की बरामदगी के बाद उसे उसके असली माता-पिता को सौंप दिया गया। बच्चे को सही सलामत देखकर परिवार वालों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। मां ने बच्चे को सीने से लगाकर भगवान का शुक्र अदा किया। घटना के बाद पूरे इलाके में राहत की सांस ली गई कि बच्चा सुरक्षित मिल गया।
पुलिस ने आरोपी महिला और उसके पहले पति के खिलाफ अपहरण, चोरी और संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस का कहना है कि इस मामले की विवेचना पूरी निष्पक्षता से की जाएगी और अगर इसमें और लोग भी शामिल पाए गए तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।