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मैंने मार डाला…’ मां-बेटियां रहीं पांच घंटे लाश के साथ, लिव-इन पार्टनर इंजीनियर की बेरहमी से हत्या

Live In Relationship Engineer Murder: लखनऊ में सहमति संबंध में रह रहे एक इंजीनियर की उसकी लिव-इन पार्टनर ने बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी महिला ने चाकू से गला रेतकर वारदात को अंजाम दिया और कई घंटे शव के पास रही। बाद में खुद पुलिस को फोन कर अपराध कबूल किया।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Dec 09, 2025

बेटियों के सामने कत्ल, लिव-इन पार्टनर इंजीनियर की दर्दनाक मौत से कांपा लखनऊ (फोटो सोर्स : Police Media Cell )

बेटियों के सामने कत्ल, लिव-इन पार्टनर इंजीनियर की दर्दनाक मौत से कांपा लखनऊ (फोटो सोर्स : Police Media Cell )

Live-in Partner Murder Shocks Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया। बीबीडी थाना क्षेत्र के सलारगंज स्थित शिवम ग्रीन सिटी कॉलोनी में रहने वाले एक युवा इंजीनियर की उसकी लिव-इन पार्टनर ने बेरहमी से हत्या कर दी। चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या के बाद आरोपी महिला अपनी दोनों नाबालिग बेटियों के साथ करीब पांच घंटे तक शव के पास ही बैठी रही और बाद में खुद पुलिस को फोन कर कहा- “मैंने ही उसका कत्ल किया है।” मृतक की पहचान सूर्य प्रताप सिंह (32) के रूप में हुई है, जो एवरेडी कंपनी में एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। घटना के बाद न सिर्फ लखनऊ बल्कि उनके पैतृक गांव देवरिया में भी मातम का माहौल है।

ट्यूशन से शुरू हुआ रिश्ता, सहमति संबंध तक पहुंची कहानी

पुलिस के अनुसार, सूर्य प्रताप सिंह करीब तीन वर्ष पहले जानकीपुरम सेक्टर-एच में रहने वाली रत्ना नामक महिला के घर उसकी बेटियों को ट्यूशन पढ़ाने जाया करता था। उसी दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गईं। रत्ना पहले से विधवा थी और वह अपनी दो बेटियों 17 वर्षीय जान्हवी और 15 वर्षीय अनुष्का के साथ रहती थी। कुछ समय बाद सूर्य प्रताप और रत्ना ने साथ रहने का निर्णय लिया। दोनों सलारगंज शिवम ग्रीन सिटी स्थित सूर्य के मकान में सहमति संबंध (लिव-इन रिलेशनशिप) में रहने लगे। यह मकान मृतक के नाम पर ही था।

विवाद और खौफनाक रात

स्थानीय लोगों और पुलिस की जांच में सामने आया कि बीते कुछ दिनों से दोनों के बीच लगातार विवाद हो रहा था। सोमवार रात भी किसी बात को लेकर तीखी बहस हुई थी। रात भर घर के अंदर तनाव का माहौल बना रहा। भोर करीब 5 बजे, जब सूर्य अपने कमरे में सो रहे थे, तभी रत्ना ने रसोई में रखे चाकू से उन पर हमला कर दिया। उसने गला रेत दिया और कई वार किए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के समय घर में रत्ना की दोनों नाबालिग बेटियां भी मौजूद थीं।

पांच घंटे तक शव के पास बैठी रहीं मां-बेटियां

हत्या के बाद रत्ना और उसकी बेटियां करीब पांच घंटे तक घर के भीतर ही मौजूद रहीं। न तो उन्होंने भागने का प्रयास किया और न ही किसी को इसकी जानकारी दी। पूरा घर खून से सना हुआ था। सुबह करीब 9:45 बजे रत्ना ने खुद पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया और कहा- “मैंने ही सूर्य का कत्ल किया है।” सूचना मिलते ही बीबीडी थाने की पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। इंस्पेक्टर राम सिंह ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय ग्राम प्रधान राम मनोहर यादव को भी मौके पर बुलाकर घटना की पुष्टि कराई।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने घर को सील कर दिया और फोरेंसिक टीम को बुलाया गया। टीम ने खून के सैंपल, फिंगरप्रिंट और अन्य जरूरी साक्ष्य एकत्र किए। हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू भी बरामद कर लिया गया। पुलिस ने आरोपी महिला रत्ना को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। मृतक के पिता नरेंद्र सिंह की तहरीर के आधार पर महिला और उसकी दोनों बेटियों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है। बेटियों की भूमिका को लेकर पुलिस विस्तृत जांच कर रही है।

पिता का आरोप: मकान हड़पने की थी साजिश

मृतक के पिता नरेंद्र सिंह ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि सलारगंज में स्थित मकान सूर्य प्रताप के नाम पर था। पिछले कुछ समय से रत्ना बेटे पर यह मकान अपने नाम करने का दबाव बना रही थी। इसी बात को लेकर दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते थे। नरेंद्र सिंह का कहना है कि रत्ना और उसकी बेटियां पूरी तरह सूर्य की कमाई पर निर्भर थीं। जब बेटे ने मकान हस्तांतरित करने से इनकार किया, तो उन्होंने मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची।

देवरिया में मातम का माहौल

घटना की खबर जैसे ही देवरिया जिले के बरहज क्षेत्र के परसियां भीखम गांव पहुंची, पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। गांव में रहने वाले चाचा नेऊर सिंह के घर पर लोगों की भीड़ जुट गई। परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव के लोग इस बात से स्तब्ध हैं कि पढ़ा-लिखा और शांत स्वभाव का सूर्य प्रताप इतनी दर्दनाक परिस्थितियों में मारा जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि सूर्य प्रताप ने बीटेक की पढ़ाई पूरी की थी और एक निजी कंपनी में बतौर इंजीनियर कार्यरत था। उसके पिता नरेंद्र सिंह लखनऊ के एक निजी अस्पताल में वैन चालक हैं और परिवार लंबे समय से लखनऊ में ही रह रहा है।

पुलिस जांच के हर पहलू की पड़ताल

डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में आरोपी महिला ने हत्या की बात स्वीकार की है। हालांकि पुलिस इस पूरे मामले में सभी पहलुओं-संपत्ति विवाद, आपसी तनाव, आर्थिक लेन-देन और पारिवारिक परिस्थितियों की बारीकी से जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण अत्यधिक रक्तस्राव बताया गया है। फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद पूरे मामले की तस्वीर और स्पष्ट होने की उम्मीद है।

रिश्तों की कड़वी सच्चाई

यह घटना सिर्फ एक हत्या की कहानी नहीं है, बल्कि बदलते सामाजिक संबंधों की एक भयावह तस्वीर भी पेश करती है। लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे जोड़ों के बीच कानूनी सुरक्षा, संपत्ति अधिकार और भावनात्मक स्थिरता को लेकर कई तरह की चुनौतियां सामने आती हैं, जो कई बार गंभीर अपराधों का कारण बन जाती हैं।