लखनऊ

डॉ. शाहीन ने भाई का ब्रेनवॉश कर रचा बड़ा गेम प्लान; अदिल की गिरफ्तारी के बाद खुला नया पन्ना

Delhi Blast Case Update: डॉ. शाहीन ने भाई का ब्रेनवॉश कर बड़ा गेम प्लान रचा। डॉक्टर अदील की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली ब्लास्ट मामले में नया खुलासा हुआ है।

2 min read
Nov 13, 2025
डॉ. शाहीन ने भाई का ब्रेनवॉश कर रचा बड़ा गेम प्लान। फोटो सोर्स-X @hindipatrakar

Delhi Blast Case Update: दिल्ली ब्लास्ट केस में गिरफ्तार डॉ. शाहीन शाहिद उर्फ डॉ. शाहीन सईद से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।

ये भी पढ़ें

दिल्ली ब्लास्ट केस में डॉक्टर्स की बढ़ती लिस्ट! ATS का ताबड़तोड़ एक्शन; अब डॉक्टर आरिफ…

शाहीन ने ही भाई को आतंकी गतिविधियों की राह पर धकेला

ATS के सूत्रों की माने तो डॉक्टर शाहीन ने ही अपने छोटे भाई डॉ. परवेज अंसारी को कट्टरपंथ और आतंकी गतिविधियों की राह पर धकेला। शाहीन ने परवेज का ब्रेनवॉश कर उसे आतंकी संगठनों से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई।

धीरे-धीरे कट्टरपंथ की ओर बढ़ता गया परवेज

बताया जा रहा है कि डॉ. परवेज अंसारी शुरू से ही होशियार छात्र रहा है। हाईस्कूल से लेकर MBBS तक उसने हर परीक्षा में फर्स्ट डिवीजन हासिल किया, लेकिन बड़ी बहन शाहीन के प्रभाव में आने के बाद उसका झुकाव धीरे-धीरे कट्टरपंथ की ओर बढ़ता गया। इसी के चलते वह पाकिस्तानी आतंकी संगठनों के संपर्क में आया और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने लगा।

डॉ. अदील की गिरफ्तारी के बाद मेडिकल कॉलेज से दिया इस्तीफा

सहारनपुर से डॉ. अदील अहमद राठर की गिरफ्तारी के बाद परवेज को आशंका हुई कि अब उसकी गिरफ्तारी भी कभी भी हो सकती है। इसी डर से उसने लखनऊ के इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज से इस्तीफा दे दिया।

बहन के डॉक्टर बनने से प्रेरित होकर चुनी मेडिकल की राह

इंटीग्रल कॉलेज और ATS सूत्रों के अनुसार, डॉ. परवेज पर उसकी बहन डॉ. शाहीन की बातों का गहरा असर था। लखनऊ में 24 दिसंबर 1984 को जन्मे परवेज ने बड़ी बहन के डॉक्टर बनने से प्रेरित होकर खुद भी मेडिकल की राह चुनी। परवेज ने 2011 में एरा मेडिकल यूनिवर्सिटी से MBBS और 2015 में आगरा की BR अंबेडकर यूनिवर्सिटी से संबद्ध सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज से इंटरनल मेडिसिन में MD की डिग्री हासिल की। इसके बाद 2015-16 में सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज और 2016-17 में सहारनपुर मेडिकल कॉलेज में सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर के रूप में कार्य किया।

2018 से 2020 तक निजी क्लिनिक चलाया

सूत्रों के मुताबिक, 2018 से 2020 तक उसने खुद का क्लिनिक चलाया और 2021 में इंटीग्रल मेडिकल यूनिवर्सिटी में सहायक आचार्य के पद पर नियुक्त हुआ। डॉ. अदील अहमद राठर की गिरफ्तारी के बाद डॉ. परवेज अंसारी घबरा गया था। उसे अंदेशा हो गया था कि जम्मू-कश्मीर पुलिस जल्द ही फरीदाबाद में उसकी बड़ी बहन डॉ. शाहीन, डॉ. मुजाम्मिल और उस तक भी पहुंच जाएगी। इसी डर में उसने जल्दबाजी में ईमेल के जरिए इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से इस्तीफा भेज दिया। अब सवाल उठ रहा है कि अगर परवेज फरार ही होना चाहता था, तो फिर उसने इस्तीफा देने की औपचारिकता क्यों की? ATS सूत्रों के अनुसार, इसके पीछे दो मुख्य वजहें थीं-

  1. वह नहीं चाहता था कि उसके लापता या फरार होने के बाद यूनिवर्सिटी बार-बार उससे संपर्क करने की कोशिश करे या उस पर दबाव बनाए।
  2. डॉ. परवेज लंबे समय से इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से जुड़ा हुआ था। इसलिए वह नहीं चाहता था कि उसके फरार होने से संस्था की प्रतिष्ठा पर कोई आंच आए या यूनिवर्सिटी का नाम विवादों में घसीटा जाए।

ये भी पढ़ें

2 सालों से विस्फोटक जुटा रही थी डॉ. शाहीन; सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश में धमाकों का प्लान! कई बड़े खुलासे

Also Read
View All

अगली खबर