मच्छर जनित रोगों का खतरा बढ़ा, सावधानियां ज़रूरी. घर के आंगन, लॉन, छतों, कूलर, गमले की ट्रे, खुली पानी की टंकी, पुराने टायर, टूटे-फूटे बर्तन, टूटी बाल्टी, मग, टब, नारियल का खोल, पशु-पक्षियों के खाने के पात्र आदि की नियमित सफाई करें।
Dengue and Malaria Beware: मानसून की बारिश के बाद लोगों को राहत तो मिली है लेकिन मच्छर जनित रोगों के बढ़ने की संभावना भी बढ़ गई है। संयुक्त निदेशक वीबीडी डॉ. विकास सिंघल ने बताया कि बारिश के बाद मच्छरों के पनपने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे डेंगू के केस बढ़ सकते हैं। डॉ. सिंघल ने डेंगू से बचाव के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।
डॉ. सिंघल बताते हैं कि बारिश के बाद धूप निकलने पर लोगों को अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों में पानी इकट्ठा न होने दें। घर के आंगन, लॉन, छतों, कूलर, गमले की ट्रे, खुली पानी की टंकी, पुराने टायर, टूटे-फूटे बर्तन, टूटी बाल्टी, मग, टब, नारियल का खोल, पशु-पक्षियों के खाने के पात्र आदि की नियमित सफाई करें। कूलर की सफाई हर सप्ताह करें और फ्रिज की ट्रे का पानी भी बदलें। अनुपयोगी वस्तुओं को फेंक दें और पुराने कूलर को ऐसी जगह रखें जहां बरसात का पानी न भरे।
डॉ. सिंघल के अनुसार, डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए सामुदायिक सहभागिता बेहद जरूरी है। विभिन्न संचार माध्यमों से लोगों को जागरूक करना आवश्यक है। समाज के हर तबके का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है।
तेज बुखार
त्वचा पर चकत्ते
तेज सिर दर्द, पीठ दर्द और आंखों में दर्द
मसूड़ों और नाक से खून बहना
जोड़ों में दर्द
उल्टी
डायरिया
पूरी बांह के कपड़े पहनें।
सोते समय मच्छरदानी या मच्छर रोधी क्रीम का प्रयोग करें।
घर की खिड़की और दरवाजों पर जाली लगवाएं।
घर और कार्यालयों में हर रविवार 'मच्छर पर वार' के तहत कूलर आदि की साफ-सफाई करें।
बुखार होने पर स्वयं कोई इलाज न करें। तुरंत ही पास के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच और इलाज कराएं क्योंकि बुखार में देरी भारी पड़ सकती है।