UP Politics: सपा सांसद डिंपल यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि SIR से करीब 80 लाख वोटर्स के नाम हटे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि चुनावी प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है। जिससे जनता का भरोसा कमजोर हो रहा है।
UP Politics: समाजवादी पार्टी (SP) की सांसद डिंपल यादव ने यूपी में SIR को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने मामले को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला।
डिंपल यादव ने सवाल उठाया कि जब चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी नहीं रखी जाएगी, तो जनता लोकतांत्रिक संस्थाओं पर भरोसा कैसे करेगी? डिंपल यादव ने SIR प्रक्रिया को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि इसे नागरिकता कानून से जोड़कर लोगों में भय पैदा किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि बिहार में SIR लागू करने के दौरान करीब 80 लाख मतदाताओं के नाम वोटर सूची से हटा दिए गए, जिससे चुनावी संतुलन बदल गया।
डिंपल यादव ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार संवैधानिक संस्थाओं का राजनीतिक उपयोग कर रही है। साथ ही विपक्षी दलों को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। डिंपल यादव ने चुनाव आयोग से मांग की कि मतदान में हुई गड़बड़ियों की स्वतंत्र जांच कराई जाए। साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो, चाहे वे अधिकारी हों या किसी राजनीतिक दल से जुड़े हों। इसके साथ ही उन्होंने बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की।
डिंपल यादव ने जनता से भी अपील की कि वे अपने मताधिकार और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए जागरूक रहें। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता ही लोकतंत्र की नींव है। इसे सुरक्षित रखना सरकार तथा चुनाव आयोग दोनों की जिम्मेदारी है।
इससे पहले मंगलवार को सपा नेता अखिलेश यादव ने SIR प्रक्रिया पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था, "उत्तर प्रदेश में अब तक 10 BLO (बूथ लेवल ऑफिसर) इस प्रक्रिया में अपनी जान गंवा चुके हैं। हम मांग करते हैं कि मृतक BLO's के परिवार को 1 करोड़ रुपए की अनुदान राशि और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।"