Shahjahanpur: शाहजहांपुर में जमीन विवाद के बीच एक किसान की गोली मारकर हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। मरने से कुछ क्षण पहले किसान द्वारा बनाया गया 27 सेकंड का वीडियो सामने आने के बाद मामला और गंभीर हो गया है। पुलिस ने तीन आरोपियों पर हत्या का केस दर्ज किया है।
Shahjahanpur Farmer Murder: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक किसान की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दिए जाने के मामले में नया मोड़ तब आया, जब मृतक के मोबाइल फोन से 27 सेकंड का एक वीडियो मिला। माना जा रहा है कि यह वीडियो हत्या से ठीक पहले किसान ने खुद ही रिकॉर्ड किया था। इस वीडियो में एक व्यक्ति को अपनी कमर में लगी पिस्तौल निकालकर सीधे गोली चलाते हुए देखा जा सकता है। पुलिस का कहना है कि यह वीडियो मामले की जांच में बेहद महत्वपूर्ण सबूत साबित हो सकता है।
घटना बुधवार दोपहर की है, जब उसावा गांव का निवासी 38 वर्षीय किसान अरवेश यादव अपने खेत में मौजूद था। उसके साथ उसके दो भाई, धर्मेंद्र और रामवीर, भी खेत में काम कर रहे थे। दोपहर करीब 3 बजे कथित विवादित पक्ष के दो लोग, कल्लू और सोनू, अपने एक अन्य साथी के साथ वहां पहुंचे। इस दौरान दोनों पक्षों में पहले हुए जमीन विवाद को लेकर बहस छिड़ गई। इसके बाद अचानक कल्लू ने कमर से पिस्तौल निकाली और अरवेश पर गोली चला दी। गोली सीधे अरवेश के सीने में लगी। वह मौके पर गिर पड़ा और थोड़ी ही देर बाद उसकी मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार, इस वारदात का मुख्य कारण खेत की मेड़ को लेकर चल रहा पुराना विवाद था। मृतक के परिजनों का आरोप है कि पिछले कुछ समय से कल्लू और सोनू उनके खेत की सीमा दीवार को हटाने की कोशिश कर रहे थे, जिसके चलते कई बार कहासुनी भी हुई थी। घटना वाले दिन भी जब तीनों भाई खेत में काम कर रहे थे, उन्होंने आरोपियों को फिर से मेड़ तोड़ते हुए देखा। इस पर आपत्ति जताने पर आरोपियों ने गाली-गलौज की और धमकी देकर चले गए। थोड़ी देर बाद वे दोबारा आये और सीधे टकराव की स्थिति पैदा की।
धर्मेंद्र यादव ने बताया कि जब कल्लू और सोनू दोबारा आए, तो वे अरवेश को उकसाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन अरवेश उनसे उलझने के बजाय पास ही ट्यूबवेल के पास बैठा अपने मोबाइल पर रील्स देख रहा था। माहौल बिगड़ता देख अरवेश ने चुपचाप मोबाइल का कैमरा चालू कर दिया और रिकॉर्डिंग शुरू कर दी, शायद इस डर से कि विवाद बढ़ने पर उसके पास कोई सबूत रहे। परिजनों के अनुसार, इसी दौरान कल्लू ने आवेश में आकर पिस्तौल निकाल ली और बिना किसी चेतावनी के अरवेश पर फायर कर दिया।
गोली चलने की आवाज सुनकर अरवेश के दोनों भाई तुरंत उसकी ओर भागे। उन्होंने देखा कि आरोपी तीनों व्यक्ति भागते हुए खेतों की ओर निकल चुके थे। घायल अरवेश को तत्काल नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि उस समय किसी को इस बात की भनक नहीं थी कि पूरी घटना मोबाइल में कैद हो चुकी है।
अगले दिन जब पुलिस कार्यवाही पूरी करने के बाद परिजन घर लौटे और अरवेश का मोबाइल फोन ऑन किया, तो उन्हें रिकॉर्डिंग में यह वीडियो मिला। उन्होंने तुरंत पुलिस को जानकारी दी और वीडियो को गांव के कुछ अन्य लोगों को भी दिखाया। वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर फैलने लगा, जिसके बाद पुलिस ने इसे केस डायरी में शामिल कर लिया। परौर पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर अशोक कुमार सिंह ने पुष्टि की कि वीडियो एक महत्वपूर्ण सबूत है और इससे जांच में काफी मदद मिलेगी। SHO के मुताबिक, वीडियो में गोली चलाने वाला व्यक्ति स्पष्ट रूप से दिखाई देता है, जिससे आरोपी की पहचान और पुख्ता हो गई है। पुलिस ने आरोपी कल्लू, उसके भाई सोनू और उनके एक अन्य साथी के खिलाफ हत्या सहित संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। तीनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की गई हैं और लगातार छापेमारी की जा रही है।
गांव में इस घटना को लेकर भारी तनाव बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि विवाद को बातचीत से हल किया जा सकता था, लेकिन आरोपियों ने जानबूझकर स्थिति को हिंसक बना दिया। मृतक के परिवार में शोक का माहौल है। अरवेश अपने पीछे पत्नी और पांच छोटे बच्चों को छोड़ गया है। परिजनों का कहना है कि अरवेश शांत स्वभाव का व्यक्ति था और हमेशा विवादों से दूर रहता था। इस घटना ने एक बार फिर राज्य में जमीन विवादों को लेकर बढ़ती हिंसा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कई मामलों में छोटी-छोटी जमीन खींचतान बड़े अपराधों में बदल जाती है और अक्सर इसका परिणाम किसी न किसी परिवार की तबाही बनकर सामने आता है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर स्थानीय प्रशासन ने पहले की शिकायतों पर ध्यान दिया होता तो शायद यह घटना न होती।
फिलहाल पुलिस जांच जारी है और अधिकारी दावा कर रहे हैं कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और घटनास्थल से जुटाए गए अन्य सबूतों की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने मृतक के मोबाइल फोन को भी फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है, ताकि रिकॉर्डिंग की विश्वसनीयता की पुष्टि की जा सके। परिवार न्याय की मांग कर रहा है और उनका कहना है कि जब पूरा घटना क्रम वीडियो में कैद है, तब अपराधियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। गांव के कई लोगों ने भी प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है।