Gold and Silver Prices Remain Stable in Lucknow: लखनऊ के सर्राफा बाजार में फिलहाल सोने और चांदी के दामों में स्थिरता बनी हुई है। 24 कैरेट सोना ₹1,24,800 प्रति 10 ग्राम और चांदी ₹1,53,000 प्रति किलो पर टिकी है। सर्राफा एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अदिश कुमार जैन के अनुसार शादी के मौसम में इन दामों में हल्की बढ़ोतरी संभव है।
Gold Silver Rates Wedding Season 2025: वैश्विक आर्थिक उतार-चढ़ाव और घरेलू बाजार की परिस्थितियों के बीच फिलहाल सोने-चांदी के दामों में स्थिरता देखने को मिल रही है। राजधानी लखनऊ के सर्राफा बाजार में मंगलवार को 24 कैरेट सोने का भाव ₹1,24,800 प्रति 10 ग्राम और चांदी का भाव ₹1,53,000 प्रति किलो दर्ज किया गया। सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि फिलहाल बाजार में कोई बड़ी हलचल नहीं है, लेकिन नवंबर से शुरू हो रहे विवाह सीजन के दौरान कीमती धातुओं के दामों में वृद्धि की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अदिश जैन ने बताया कि फिलहाल सोने और चांदी के दाम स्थिर हैं और बाजार में स्थायित्व बना हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सोने-चांदी के भाव में कोई विशेष उतार-चढ़ाव नहीं हुआ है। घरेलू मांग सामान्य बनी हुई है, लेकिन नवंबर से शुरू हो रहे शादियों के सीजन में मांग बढ़ने की पूरी संभावना है। ऐसे में भावों में थोड़ी तेजी देखने को मिल सकती है। उन्होंने आगे बताया कि खुदरा बाजार में इस समय ग्राहकों की खरीदारी मुख्य रूप से हल्के आभूषणों और सिक्कों तक सीमित है, जबकि भारी आभूषणों की बिक्री शादियों के सीजन के इंतजार में है।
इन भावों में हल्की क्षेत्रीय भिन्नता देखी जा सकती है, जो मेकिंग चार्ज, जीएसटी और स्थानीय बाजार शुल्क पर निर्भर करती है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पिछले कुछ महीनों से सोने और चांदी के भावों में अस्थिरता के बाद अब अपेक्षाकृत स्थिर स्थिति बनी हुई है। अमेरिकी डॉलर की मजबूती और कच्चे तेल के भावों में कमी ने कीमती धातुओं पर दबाव कम किया है। लंदन बुलियन मार्केट में सोमवार को सोने का भाव 2,385 डॉलर प्रति औंस और चांदी का भाव 28.40 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ। विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका और यूरोप में ब्याज दरों की स्थिरता से निवेशकों का रुझान फिलहाल इक्विटी बाजारों की ओर झुका है, जिससे सोने की मांग सीमित बनी हुई है।
भारत में नवंबर से फरवरी तक का समय पारंपरिक रूप से विवाह सीजन माना जाता है। इस दौरान देशभर में लाखों शादियाँ होती हैं, जिनमें सोना और चांदी की भारी खरीद होती है।लखनऊ सर्राफा बाजार के व्यापारी संजय अग्रवाल का कहना है कि अभी बाजार शांत है, लेकिन जैसे ही शादियों का मौसम पूरी रफ्तार में आएगा, सोने-चांदी की मांग तेजी से बढ़ेगी। अगर वैश्विक स्तर पर डॉलर इंडेक्स स्थिर रहा, तो दिसंबर तक सोना ₹1.28 लाख और चांदी ₹1.58 लाख प्रति किलो तक पहुँच सकती है।”
सराफा विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा स्थिरता निवेशकों के लिए अच्छा अवसर है। पिछले एक साल में सोने की कीमत में लगभग 15% की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि चांदी में करीब 18% की बढ़ोतरी हुई है। लखनऊ गोल्ड ट्रेडर्स एसोसिएशन के सदस्य राजीव गुप्ता ने कहा कि जो निवेशक लंबी अवधि के लिए खरीदारी करना चाहते हैं, उनके लिए यह उचित समय है। चांदी में निवेश भविष्य में बेहतर रिटर्न दे सकता है, क्योंकि औद्योगिक उपयोग बढ़ रहा है।
वैश्विक आर्थिक संकटों, युद्धों और भू-राजनीतिक तनावों के दौरान सोना हमेशा सुरक्षित निवेश माना जाता है। हालांकि फिलहाल मध्य पूर्व में तनाव के बावजूद डॉलर की मजबूती और अमेरिकी अर्थव्यवस्था की स्थिरता ने सोने को सीमित दायरे में रखा है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों में कोई नया तनाव उत्पन्न होता है, तो सोने के भाव फिर से तेजी पकड़ सकते हैं।
लखनऊ के चौक, अमीनाबाद और आलमबाग जैसे प्रमुख सराफा बाजारों में मंगलवार को ग्राहक सामान्य संख्या में पहुँचे। ज्यादातर लोग छोटे आभूषण, चेन, झुमके और सिक्के खरीदते दिखे। सर्राफा कारोबारी रीना जौहरी, जो पिछले 25 वर्षों से इस व्यवसाय से जुड़ी हैं, बताती हैं कि इस समय ज्यादातर ग्राहक बजट देखकर खरीदारी कर रहे हैं। शादी के ऑर्डर नवंबर से ही बढ़ते हैं। सोने की कीमतें फिलहाल स्थिर हैं, इसलिए कई ग्राहक एडवांस बुकिंग करवा रहे हैं।
अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि नवंबर के मध्य तक जब शादी का मौसम पूरे शबाब पर होगा, तब सोने में 2-3% और चांदी में 4-5% तक की तेजी देखी जा सकती है। अगर वैश्विक स्तर पर अमेरिकी डॉलर कमजोर होता है, तो यह तेजी और भी अधिक हो सकती है।