UP Weather Update: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने राज्य के 58 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। लखनऊ समेत 23 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जिसके चलते कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
UP Heavy Rain Alert: उत्तर प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है। सोमवार रात से हो रही तेज बारिश मंगलवार सुबह तक जारी रही, जिससे लखनऊ, मेरठ, बरेली, मुरादाबाद और सहारनपुर जैसे बड़े शहरों में सड़कों पर जलभराव हो गया। प्रशासन ने एहतियातन कई जिलों में प्री-प्राइमरी से कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूल बंद करने का आदेश जारी किया।
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के 58 जिलों में अगले 24 घंटे तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इनमें लखीमपुर खीरी, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कासगंज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, जालौन, झांसी, ललितपुर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और बिजनौर प्रमुख जिले शामिल हैं।
राजधानी लखनऊ में गुरुवार सुबह से ही हो रही बारिश ने यातायात व्यवस्था को प्रभावित कर दिया। चारबाग, हजरतगंज, अलीगंज, गोमतीनगर और आलमबाग इलाकों में पानी भर गया। नगर निगम की टीमें पंप लगाकर जलभराव हटाने में जुटी रहीं। जिलाधिकारी ने एहतियातन सभी स्कूल बंद रखने का आदेश दिया और अभिभावकों से बच्चों को सुरक्षित रखने की अपील की।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से उठी नमी भरी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के असर से राज्य में भारी बारिश हो रही है। विभाग ने अगले 24 से 48 घंटे तक भारी वर्षा, आकाशीय बिजली गिरने और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है। ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को सलाह दी गई है कि वे खुले स्थान पर काम करने से बचें और अपने पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखें।
राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन विभाग को हाई अलर्ट पर रखा है। सभी जिलों के डीएम और एसपी को संवेदनशील इलाकों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। लखनऊ, मुरादाबाद और बरेली में कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिए गए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके। नावे, जेसीबी मशीनें और राहत सामग्री तैयार रखी गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, गंगा और शारदा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो सकती है। लखीमपुर खीरी और शाहजहांपुर के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने का खतरा है। सिंचाई विभाग ने बांधों और नहरों की निगरानी तेज कर दी है।
लगातार बारिश के चलते कई सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर धीमी गति से यातायात संचालित हुआ। रेल सेवाओं पर भी असर पड़ा है। चारबाग रेलवे स्टेशन पर कई ट्रेनों में देरी दर्ज की गई। परिवहन विभाग ने यात्रियों से अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
मौसम विभाग का कहना है कि अगस्त महीने में इस तरह की भारी बारिश 2017 के बाद पहली बार हो रही है। यदि इसी तरह बारिश जारी रही तो कई जिलों में रिकॉर्ड वर्षा दर्ज की जा सकती है।
जोनल जोन 3 के अधिकारी अमरजीत यादव ने बताया कि नगर निगम की टीमें चौकसी में हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में इमरजेंसी व्यवस्थाएं बढ़ा दी हैं।
निवासियों का कहना है कि जलभराव के चलते घरों और दुकानों में पानी घुस गया है। कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई। गोमतीनगर की रचना सिंह ने बताया, "सुबह से ही बिजली नहीं है और पानी सड़कों से घरों तक घुस आया है।"