Horror on Purvanchal Expressway: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर हुए दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार की मां और चार बच्चों की जलकर मौत हो गई। दो कारों की भीषण टक्कर के बाद 10 सेकंड में आग ने विकराल रूप ले लिया। पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जबकि घटनास्थल पर दहशत का माहौल बन गया।
Purvanchal Expressway Crash Road Accident Follow-up: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में बुधवार दोपहर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने मौके पर मौजूद हर व्यक्ति को झकझोर कर रख दिया। हैदरगढ़ क्षेत्र के डीह गांव के पास दो कारों की भीषण टक्कर के बाद लगी आग में एक ही परिवार के पांच लोगों मां और उसके चार बच्चों ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। हादसे में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में मातम सा छा गया और लोगों के दिलों में उस भयावह दृश्य की दहशत अब तक बनी हुई है।
बुधवार दोपहर करीब तीन बजे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर आजमगढ़ से लखनऊ की ओर जा रही वैगनआर कार अचानक कुछ देर के लिए साइड में रुकी। कार में मौजूद परिवार पानी और नाश्ता लेने के लिए बाहर आया। कार को जावेद अशरफ का साला जिशान चला रहा था। जैसे ही कुछ सदस्य वापस कार में बैठे, तभी आजमगढ़ की ओर से तेज रफ्तार में आ रही ब्रेजा कार ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी शक्तिशाली थी कि वैगनआर के सीएनजी सिलेंडर में तत्काल विस्फोट हो गया। धमाके की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। टक्कर के 8 से 10 सेकंड तक सड़क पर दर्द से चीत्कार गूंजती रही और फिर दोनों कारें आग के भीषण गोले में बदल गईं। तीव्र लपटों, धुएं और चीखों से हवा तक कांप उठी। स्थानीय लोगों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि सर्विस लेन पर खड़े ग्रामीण ऊपर की ओर भागने लगे। दो शव तो 15 से 20 मीटर दूर जाकर गिरे। आग का ताप इतना अधिक था कि पास जाना लगभग असंभव था।
ये सभी आजमगढ़ में तैनात वाराणसी निवासी सिपाही जावेद अशरफ का परिवार थे। हादसे के वक्त जावेद ड्यूटी पर थे।
दूसरी कार ब्रेज़ा में दिल्ली के दक्षिणपुरी निवासी एक परिवार सवार था। इनमें शामिल थे:
स्थानीय ग्रामीणों ने जान पर खेलकर चारों को कार से बाहर निकाला। सभी गंभीर रूप से घायल हैं और लखनऊ में इलाज जारी है।
ग्रामीणों ने बताया कि हादसे में कारें आग के गोले में बदल चुकी थीं। लोग चीख रहे थे, लेकिन आग बहुत तेज होने के कारण वे पास नहीं जा पा रहे थे।
कुड़वा गांव के प्रधान अनिल सिंह और कई ग्रामीणों ने कहा कि हमने देखा कि हाईवे पर कार में भयानक आग लगी थी। जब पास जाने की कोशिश की तो गर्मी इतनी थी कि खड़े रहना भी मुश्किल था। अंदर लोग जल रहे थे, लेकिन कोई कुछ नहीं कर पा रहा था। यह मंजर आज भी आंखों से हट नहीं रहा। दूसरे ग्रामीणों ने बताया कि पीड़ित परिवार कुछ देर पहले ही पानी पी रहा था। चार सदस्य कार में बैठ चुके थे तभी अचानक तेज रफ्तार ब्रेज़ा पीछे से टकरा गई। कुछ सेकंड में फायरबॉल जैसा दृश्य बन गया।
जावेद अशरफ का परिवार जिस तरह से एक ही हादसे में खत्म हो गया, उससे उनके गांव, परिजन और जानने वालों में मातम पसरा है। पुलिस परिजनों को हर संभव सहायता मुहैया कराने में जुटी हुई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन समय पर सहायता नहीं मिलती।