लखनऊ

Lucknow Beggar Jobs: लखनऊ में भीख मांगने वालों को मिलेगा रोजगार, सफाई कर्मचारी की नौकरी के लिए 3-4 फरवरी को लगेगा कैंप

Lucknow Beggars Child Service Scheme: उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ में भिक्षावृत्ति रोकने और गरीबों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक नई पहल शुरू की है। 3 और 4 फरवरी को विभिन्न इलाकों में विशेष कैंप लगाए जाएंगे, जहां भिक्षा मांगने वालों को सफाई कर्मचारी की नौकरी दी जाएगी। यह योजना उन बच्चों के लिए भी लाभकारी होगी जो बाल भिक्षावृत्ति में शामिल हैं।

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Jan 31, 2025
Lucknow Beggars Child Service Scheme

Lucknow Beggars: उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत लखनऊ में भीख मांगने वालों को अब आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा। राज्य सरकार 3 और 4 फरवरी को विभिन्न इलाकों में विशेष कैंप आयोजित करने जा रही है, जहां ऐसे लोगों को सफाई कर्मचारी की नौकरी दी जाएगी। यह पहल न केवल उनकी जीवनशैली में सुधार लाएगी, बल्कि उन्हें सम्मानजनक रोजगार भी प्रदान करेगी।

योजना का उद्देश्य

यह योजना मुख्य रूप से उन लोगों को रोजगार देने के लिए बनाई गई है, जो अब तक भिक्षावृत्ति पर निर्भर थे। सरकार का लक्ष्य है कि वे आत्मनिर्भर बनें और समाज की मुख्यधारा से जुड़ें।

  • भिक्षावृत्ति उन्मूलन: लखनऊ में भीख मांगने की प्रवृत्ति को खत्म करना।
  • आत्मनिर्भरता: जरूरतमंदों को रोजगार देकर उन्हें स्वावलंबी बनाना।
  • बच्चों का पुनर्वास: बाल भिक्षावृत्ति को समाप्त कर शिक्षा और पुनर्वास की सुविधा देना।

कहां-कहां लगेगा कैंप?

नगर निगम और श्रम विभाग के सहयोग से यह विशेष कैंप लखनऊ के प्रमुख इलाकों में आयोजित किए जाएंगे। जिनमें मुख्य रूप से शामिल हैं:

  • हजरतगंज
  • चारबाग रेलवे स्टेशन
  • अमौसी एयरपोर्ट
  • गोमती नगर
  • चौक क्षेत्र

इन जगहों पर अधिकारियों की टीम जाकर भिक्षा मांगने वालों को चिन्हित करेगी और उन्हें रोजगार से जोड़ने के लिए प्रेरित करेगी।

कैसे मिलेगी नौकरी?

सरकार ने इन लोगों को आउटसोर्सिंग के माध्यम से सफाई कर्मचारी की नौकरी देने की योजना बनाई है। इसके लिए नगर निगम द्वारा एक विशेष रोजगार अभियान चलाया जाएगा, जिसमें भिक्षावृत्ति करने वालों को पंजीकरण कराकर उनके दस्तावेजों की जांच की जाएगी। इसके बाद उन्हें संबंधित क्षेत्र में सफाई कर्मचारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा।

बाल भिक्षावृत्ति पर विशेष ध्यान

सरकार ने इस योजना में उन बच्चों को भी शामिल किया है, जो मजबूरी में भिक्षावृत्ति कर रहे हैं। ऐसे 256 बच्चों को बाल सेवा योजना के तहत लाभ दिया जाएगा, जिसमें उन्हें शिक्षा, भोजन और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

सरकार का बयान

श्रम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हमारा उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति भीख मांगने को मजबूर न हो। सरकार इन्हें नौकरी देकर आत्मनिर्भर बनाएगी। साथ ही, बच्चों को शिक्षा और पुनर्वास की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।"

लोगों की राय

इस योजना को लेकर लखनऊ के नागरिकों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ लोग इसे बेहद सकारात्मक पहल मानते हैं, जबकि कुछ का कहना है कि इसे प्रभावी ढंग से लागू करना चुनौतीपूर्ण होगा। स्थानीय निवासी अजय कुमार ने कहा, "यह एक सराहनीय कदम है। इससे शहर की छवि सुधरेगी और गरीबों को भी सम्मानजनक जीवन मिलेगा।"

योजना के लाभ

  • भिक्षावृत्ति में कमी आएगी।
  • गरीबों को स्थायी रोजगार मिलेगा।
  • समाज में आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान बढ़ेगा।
  • सफाई व्यवस्था में सुधार होगा।
  • बाल भिक्षावृत्ति पर लगाम लगेगी।

चुनौतियां और समाधान

हालांकि इस योजना को लागू करना आसान नहीं होगा। कई भिक्षुक रोजगार अपनाने में रुचि नहीं दिखाते हैं, क्योंकि उन्हें भिक्षावृत्ति से अधिक आय होती है। इसके समाधान के लिए सरकार जागरूकता अभियान चलाएगी और भिक्षावृत्ति को कानूनी रूप से प्रतिबंधित करने के उपाय करेगी। लखनऊ में भीख मांगने वालों को सफाई कर्मचारी की नौकरी देने की योजना समाज सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यदि इसे सही ढंग से लागू किया जाता है, तो यह हजारों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।

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