Lucknow पुलिस और एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है। गोमतीनगर के टिंकल पिक क्लब फायरिंग कांड में फरार 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश शिव शर्मा को बिहार के पटना सिटी से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी लखनऊ के अलीगंज का निवासी है और घटना के बाद से फरारी काट रहा था।
Lucknow STF Arrested: राजधानी लखनऊ पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की संयुक्त कार्रवाई में लंबे समय से फरार चल रहे 50,000 रुपये के इनामी बदमाश शिव शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उसे बिहार के पटना सिटी इलाके से धर दबोचा, जहां वह अपने एक रिश्तेदार के यहां पिछले कई हफ्तों से फरारी काट रहा था। आरोपी शिव शर्मा, लखनऊ के अलीगंज थाना क्षेत्र का निवासी है और उस पर गोमतीनगर के विभूति खंड स्थित टिंकल पिक क्लब में दिनदहाड़े हुई फायरिंग के मामले में मुकदमा दर्ज था। यह वही मामला है, जिसने राजधानी के प्रतिष्ठित इलाकों में से एक गोमतीनगर को दहला दिया था। दिनदहाड़े हुई फायरिंग के इस कांड में क्लब के अंदर अफरा-तफरी मच गई थी। इस घटना के बाद पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी, लेकिन मुख्य आरोपी शिव शर्मा फरार हो गया था। उसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें लगाई गई थीं।
घटना के बाद शिव शर्मा की गिरफ्तारी न होने पर लखनऊ पुलिस ने उस पर ₹50,000 का इनाम घोषित कर दिया था। अपराध शाखा, अलीगंज पुलिस और STF लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई थी। लखनऊ पुलिस को कई बार उसकी लोकेशन बदलने की सूचना मिली , कभी वह बाराबंकी, तो कभी गोंडा और सीतापुर के इलाकों में छिपने की खबरें आईं। लेकिन हर बार वह पुलिस की पकड़ से बच निकलता था। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि शिव शर्मा बिहार के पटना सिटी क्षेत्र में अपने रिश्तेदार के घर में छिपा हुआ है। इस सूचना की पुष्टि होने के बाद STF की एक विशेष टीम को बिहार रवाना किया गया। स्थानीय पुलिस की मदद से की गई इस संयुक्त कार्रवाई में आरोपी को रविवार देर रात धर दबोचा गया।
बीते कुछ महीनों पहले विभूति खंड स्थित टिंकल पिक क्लब में एक विवाद के दौरान फायरिंग की घटना हुई थी। बताया जाता है कि क्लब में पैसे के लेन-देन और दबदबा दिखाने को लेकर दो पक्षों के बीच झगड़ा हुआ था। उसी दौरान शिव शर्मा ने अपने साथियों के साथ मिलकर क्लब के अंदर और बाहर फायरिंग कर दी थी। इस घटना में कई लोग बाल-बाल बचे थे, लेकिन इससे क्षेत्र में दहशत फैल गई थी। घटना के तुरंत बाद गोमतीनगर थाना पुलिस ने शिव शर्मा और उसके सहयोगियों के खिलाफ हत्या के प्रयास (धारा 307) समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने उसकी तलाश में छापेमारी भी की थी, लेकिन वह फरार हो गया था।
STF के अधिकारियों के अनुसार, शिव शर्मा ने फरारी के दौरान अपना नाम बदल लिया था और मोबाइल फोन बंद कर दिया था ताकि पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस न कर सके। वह पिछले दो महीनों से पटना सिटी में रह रहा था और बाहर निकलने से भी परहेज कर रहा था। STF की टीम ने उसकी गतिविधियों पर नजर रखते हुए रणनीतिक ढंग से कार्रवाई की और उसे दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद STF ने आरोपी को लखनऊ लाकर गोमती नगर पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है कि उसने फरारी के दौरान किन लोगों से संपर्क रखा और क्या किसी ने उसकी मदद की। इस बात की भी जांच की जा रही है कि फायरिंग कांड में शामिल बाकी आरोपी कहां छिपे हुए हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शिव शर्मा का संपर्क लखनऊ, बाराबंकी, प्रयागराज और बिहार के कई अपराधियों से था। उसके खिलाफ पहले भी कई मामलों में नाम सामने आ चुका है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या शिव शर्मा किसी गैंग या अपराधी गिरोह से जुड़ा हुआ था। लखनऊ पुलिस आयुक्त ने STF टीम की तत्परता और सफलता की सराहना करते हुए कहा कि “शहर में अपराध करने वालों को अब यह समझ लेना चाहिए कि वे कहीं भी छिप जाएं, कानून के हाथ उन तक जरूर पहुंचेंगे।
इस गिरफ्तारी को लखनऊ पुलिस की बड़ी सफलता माना जा रहा है। हाल के महीनों में STF और पुलिस ने संयुक्त रूप से कई इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनमें हत्या, लूट, अपहरण और गैंगवार से जुड़े आरोपी शामिल हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शिव शर्मा को कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया गया है, जहां उससे पूछताछ के बाद जेल भेजा जाएगा।
गोमतीनगर क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है। टिंकल पिक क्लब फायरिंग कांड के बाद से ही लोग दहशत में थे। आसपास के दुकानदारों ने कहा कि “आखिरकार पुलिस ने सही समय पर सही कदम उठाया है। अब क्षेत्र में शांति बनी रहेगी।”
इस अभियान में STF लखनऊ यूनिट के डिप्टी एसपी स्तर के अधिकारी, इंस्पेक्टर अभिषेक सिंह, सब इंस्पेक्टर संदीप यादव, कॉन्स्टेबल पवन तिवारी, और स्थानीय पटना पुलिस की टीम शामिल रही।