लखनऊ

राजस्थान पत्रिका हमेशा विपक्ष की भूमिका में रहा, सरकारों से भिड़ंत में कभी नहीं झुका- बोले प्रधान संपादक गुलाब कोठारी

Patrika Keynote 2025: राजस्थान पत्रिका (Rajasthan Patrika) समूह के संस्थापक श्रद्धेय कर्पूर चंद्र कुलिश की जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में पत्रिका समूह देशभर में संवाद शृंखला आयोजित कर रहा है। इसी क्रम में आज लखनऊ विश्वविद्यालय में पत्रिका की-नोट (Patrika Keynote) कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें 'लोकतंत्र और मीडिया' विषय पर चर्चा हुई।

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Sep 19, 2025
लखनऊ में आयोजित पत्रिका की नोट कार्यक्रम को संबोधित करते पत्रिका समूह के प्रधान संपादक डॉ. गुलाब कोठारी। फोटो सोर्स-पत्रिका न्यूज

Patrika Keynote 2025: पत्रिका की-नोट कार्यक्रम के दौरान पत्रिका समूह के प्रधान संपादक डॉक्टर गुलाब कोठारी ने अपना उद्बोधन दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके मन में आज भी वही सिद्धांत हैं जो उनके पिताजी ने उन्हें बताए थे।

सरकार के लिए विपक्ष की भूमिका निभा रहा पत्रिका: डॉ. कोठारी

डॉक्टर गुलाब कोठारी ने कहा, 'सच्चाई कड़वी होती है। सामने वाले को आसानी से पचती नहीं है। राजस्थान पत्रिका इन 70 सालों में हर सरकार के लिए विपक्ष की भूमिका निभा रहा है। ऐसी कोई सरकार नहीं आई होगी जिससे हमारी भिड़ंत नहीं हुई हो, लेकिन हम झुके नहीं। इसी का नाम स्वतंत्र प्रक्रिया है। लोकतंत्र से अच्छी कोई विधा शासन के लिए नहीं है। हम बहुत आभारी हैं उन पूर्वजों के जिन्होंने हमें ये लोकतंत्र दिया।'

पत्रिका की नोट कार्यक्रम में यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के साथ पत्रिका समूह के प्रधान संपादक डॉक्टर गुलाब कोठारी।

संवाद केवल आत्मा से होता है: पत्रिका समूह के प्रधान संपादक

डॉक्टर कोठारी ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, '' संवाद केवल आत्मा से होता है। आत्मा का होता है। आत्मा के द्वारा होता है। इस परिभाषा पर जब हम बैठेंगे तो हम बोल सकते हैं कि संवाद मेरे जीवन के निर्माण का अंग है। सामने वाले के लिए मेरी एक मंगलकामना का अवसर है। हम एक-दूसरे के साथ मिलकर आगे बढ़ें।''

न्याय के लिए पीढ़ियां घिसती हैं : डॉक्टर कोठारी

उन्होंने कहा कि आधे मंत्री भी किसी भी प्रदेश में उस क्षमता के नहीं होते जो अपने प्रदेश की समस्याओं को समझ सके, और वही मंत्रिमंडल में बैठे हैं। डॉक्टर कोठारी ने कहा कि ये कड़वी सच्चाई है कि हमारा प्रशासन तंत्र, न्यायतंत्र आज भी अंग्रेजी से बाहर नहीं है। अंग्रेजी एक ऐसा सब्जेक्ट हो गया है जिसमें भारत नहीं है। न्यायपालिका की हालत ये है कि न्याय आसानी से नहीं मिलता। आदमी की एड़ियां नहीं, पीढ़ियां घिसती हैं।

बच्चों को नहीं पढ़ाया जाता उत्तर प्रदेश का भूगोल

उन्होंने कहा कि अंग्रेजी मीडियम की पूरी शिक्षा नीति को देखें तो उसमें हिंदुस्तान नहीं है। कहां से संस्कृति बच्चे तक पहुंचेगी? ये बहुत बड़ी तकलीफ है। बच्चों को उत्तर प्रदेश का भूगोल पढ़ाया नहीं जाता। इसी वजह से नई पीढ़ी जमीन से नहीं जुड़ रही।

लखनऊ में आयोजित पत्रिका की-नोट कार्यक्रम में मीडिया और लोकतंत्र पर चर्चा हुई। इसमें काफी संख्या में युवा मौजूद रहे।

उन्होंने कहा कि अपने देश में काम करवाने के लिए देशवासी को पैसे देने पड़ रहे हैं। ये आदमी का सम्मान है क्या? लोकतंत्र आम आदमी से इतना कट गया कि जनता एक तरफ हो गई और सरकार एक तरफ हो गई। मीडिया का काम दोनों के बीच सेतु का काम है।

कार्यक्रम में कौन-कौन रहा मौजूद

कार्यक्रम में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, पत्रिका समूह के प्रधान संपादक डॉ. गुलाब कोठारी (Editor in Chief Patrika Group Gulab Kothari), प्रो. मनुका खन्ना (कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय) सतीश महाना (अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश विधानसभा) और रेणुका टंडन (उद्यमी एवं समाजसेवी) मौजूद रहे।

Updated on:
19 Sept 2025 08:16 pm
Published on:
19 Sept 2025 01:13 pm
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