Lucknow News: भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में ज्योति पर चुनाव से पहले अपनापन दिखाने का आरोप लगाया और पारिवारिक मुद्दों को कैमरे से दूर रखने की बात कही। साथ ही, उनकी बीजेपी में संभावित वापसी और Y+ सुरक्षा की जानकारी भी सामने आई है।
Pawan Singh Jyoti Singh Family Dispute: भोजपुरी स्टार पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच बढ़ते विवाद ने मीडिया और जनता का ध्यान खींच लिया है। लखनऊ में बुधवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पवन सिंह ने कहा कि मर्द का दर्द किसी को दिखता नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि ज्योति जी चुनाव से एक महीने पहले ही अपनापन क्यों दिखा रही हैं और कहा कि विधायक बनने के लिए ज्योति इतनी गिर सकती हैं, यह उन्हें उम्मीद नहीं थी।
पवन सिंह ने अपने बयान में कहा कि परिवार की जो भी बात होती है, वह कमरे में होती है, कैमरे पर नहीं। मैं अपने जीवन में कम बोलता हूं और हर बात में सफाई देना नहीं चाहता। उन्होंने बताया कि घर से फोन आया कि कुछ घटनाएं हुई हैं और उन्होंने ज्योति का ड्रामा लाइव देखा। उन्होंने कहा कि रातभर गाड़ी में सोते रहे और पूरी स्थिति पर नजर रखी।
ज्योति सिंह रविवार को बिहार से लखनऊ पहुंची थीं। करीब डेढ़ घंटे तक दोनों के बीच बातचीत हुई। इसके बाद पवन सिंह वहां से चले गए। इसी बीच ज्योति का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह फूट-फूटकर रोती हुई नजर आईं। उन्होंने पवन सिंह पर पुलिस बुलाने का आरोप भी लगाया।
एक्टर ने कहा, “मैं भी इंसान हूं और थक जाता हूं। महिला के हर आंसू दुनिया को दिखाई देते हैं, लेकिन मर्द का दर्द किसी को नहीं दिखता। परिवार की किसी भी गंभीर बात को मैं कैमरे पर नहीं लाना चाहता।” उन्होंने आरोपों और आलोचनाओं को लेकर कहा कि लोग मजे ले रहे हैं, लेकिन उन्हें इस मामले की गंभीरता समझनी चाहिए।
पवन सिंह को केंद्र सरकार ने Y+ सुरक्षा प्रदान की है। अब वह 11 सुरक्षा गार्ड्स के साथ रहेंगे। लखनऊ में हरियाणवी एक्ट्रेस अंजलि राघव की कमर छूने के बाद उन्हें धमकियां मिली थीं। हालांकि, पवन सिंह ने माफी भी मांगी और अंजलि राघव ने उन्हें माफ कर दिया।
पवन सिंह ने हाल ही में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। अब उनकी विधानसभा चुनाव में बीजेपी से लड़ने की चर्चाएँ हैं। सूत्रों के अनुसार, पवन सिंह को आरा या काराकाट से टिकट मिल सकता है। 2017 में पहली बार भाजपा में शामिल होने के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पार्टी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ा था, जिसके कारण उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया था।