लखनऊ

मंत्री निषाद पर भड़की अपर्णा यादव, बोलीं- ऐसे बयान बर्दाश्त नहीं; कहा था नीतीश ने हिजाब उतारा कहीं और छू लेते तो

Nitish Kumar Hijab Controversy : हिजाब विवाद में नीतीश कुमार का बचाव करके संजय निषाद बुरी तरह फंस गए हैं। संजय निषाद के बयान पर अपर्णा यादव और इमरान प्रतापगढ़ी ने पलटवाक किया है।

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Dec 17, 2025
हिजाब विवाद पर बयान देकर फंसे संजय निषाद, अपर्णा यादव ने घेरा, PC- X

लखनऊ : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक मुस्लिम महिला डॉक्टर के हिजाब को हटाने की कोशिश करने वाले वायरल वीडियो ने राजनीतिक गलियारों में तूफान मचा दिया है। इस घटना का बचाव करते हुए उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने विवादास्पद बयान दिया, जिसे महिला विरोधी और अशोभनीय बताते हुए सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं आईं। निषाद ने कहा, 'अरे वो भी तो आदमी ही हैं न… छू लिया नकाब, तो इतना पीछे नहीं पड़ जाना चाहिए। कहीं और छू लेते तो क्या होता?' इस बयान पर भाजपा ने भी किनारा कर लिया, जबकि विपक्ष ने माफी और इस्तीफे की मांग की।

घटना पटना में एक सरकारी कार्यक्रम की है, जहां नीतीश कुमार ने नवनियुक्त डॉक्टर नुसरत परवीन को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए उनके चेहरे से हिजाब हटाने की कोशिश की। वीडियो वायरल होने के बाद मुस्लिम समुदाय और महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता और महिला गरिमा का उल्लंघन बताया। नुसरत के भाई ने मीडिया से कहा कि उनकी बहन मेंटल ट्रॉमा से गुजर रही हैं और 20 दिसंबर को जॉइन करने वाली नौकरी अब नहीं करेंगी। परिवार उन्हें समझाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वह दृढ़ हैं कि गलती दूसरे की है, तो सजा खुद क्यों भुगतें।

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संजय निषाद का विवादास्पद बचाव

संजय निषाद ने नीतीश कुमार का बचाव करते हुए कहा, 'अधिकारियों का काम था कि फोटो से सत्यापित करके लाते। उनके दिमाग में रहा होगा कि वही है या कोई अलग है, इसलिए हिजाब हटा दिया होगा। इसे अलग तरफ से नहीं लेना चाहिए।' लेकिन उनके बयान ने आग में घी डाल दिया जब उन्होंने हंसते हुए जोड़ा, 'नकाब पर आप लोग इतना कह रहे हैं। कहीं चेहरा-वेहरा छू लेते… तब क्या करते आप लोग?' इस पर सोशल मीडिया पर यूजर्स ने संजय निषाद को महिला विरोधी बताया।

विवाद बढ़ने पर दी सफाई

विवाद बढ़ने पर निषाद ने एक वीडियो जारी कर सफाई दी: 'फोटो खिंच रही थी, नीतीश का आशय यही था कि थोड़ा ठीक फोटो आ जाए। चेहरा थोड़ा अच्छा आ जाए। अच्छे लोग अच्छी चीज देखते हैं। खराब लोग खराब चीज देखते हैं। अगर आप फोटो खिंचवा रही हैं, चेहरा आएगा तभी तो माना जाएगा कि नियुक्ति पत्र किसने प्राप्त किया है।'

भाजपा के राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद ने कहा, 'किसी भी महिला के लिए इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए। उन्हें माफी मांगनी चाहिए।' पार्टी ने स्पष्ट किया कि यह निषाद का व्यक्तिगत बयान है।

महिला आयोग की निंदा: यूपी राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने कहा, 'किसी को भी किसी महिला की गरिमा, उसके धर्म या जाति को लेकर अमर्यादित टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। नीतीश कुमार ने जो किया और संजय निषाद ने उस पर जो कहा, दोनों ही चीजें निंदनीय हैं। दोनों को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।' हाथरस से आयोग सदस्य रेनू गौड़ ने कहा, 'नीतीश कुमार की मंशा गलत नहीं थी, क्योंकि उम्र के हिसाब से महिला उनकी बेटी जैसी है। सनातन संस्कृति में हिजाब की आवश्यकता ही नहीं है। हमारी संस्कृति कहती है कि आखिर चेहरा छिपाना क्यों? कभी-कभी चेहरा छिपाने वाले व्यक्ति पर शक पैदा होता है।'

कांग्रेस नेता ने नीतीश को बताया बीमार

कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा, 'नीतीश कुमार बीमार हैं, यह देश को पता है। लेकिन संजय निषाद बीमार हैं, यह अब पता चला। इस देश में नारी की पूजा की जाती है। ऐसे में संजय निषाद के बयान की जितनी निंदा होनी चाहिए, वह कम है। उनका बयान 100 गुना घटिया है।' मुरादाबाद से कांग्रेस के पूर्व सांसद मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा, 'यह बहुत बुरा है। मेरे पास इसे समझाने के लिए शब्द नहीं हैं। एक सीएम के तौर पर उन्हें सोचना चाहिए था। इस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।'

बरेली के मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने कहा, 'नीतीश कुमार को पूरे मुस्लिम कौम से माफी मांगनी चाहिए। संविधान ने स्वतंत्रता दी है कि मुस्लिम महिलाएं क्या पहनें। महिला हो या पुरुष, हर किसी को अधिकार है कि वह क्या पहने। इस्लाम में महिलाओं को पर्दा रखने के लिए कहा गया है।'

समाजवादी पार्टी की नेता सुमैया राणा (मुनव्वर राणा की बेटी) ने लखनऊ के कैसरबाग थाने में नीतीश कुमार और संजय निषाद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसमें समुदाय की भावनाओं और महिला गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया। शिवसेना (यूबीटी) ने भी निषाद के बयान को महिला विरोधी बताया।

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Published on:
17 Dec 2025 06:16 pm
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