SIR in Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश समेत 11 राज्यों में आज से SIR होगी। इसको लेकर BJP ने वॉर रूम तैयार किया है। जानिए, फॉर्म में क्या-क्या डिटेल भरनी होंगी?
SIR in Uttar Pradesh: मतदाता सूचियों को अपडेट करने के लिए उत्तर प्रदेश समेत 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में 'विशेष गहन पुनरीक्षण' (SIR) प्रक्रिया आज (मंगलवार, 4 नवंबर) से शुरू होने जा रही है। 4 दिसंबर 2025 तक ये प्रक्रिया चलेगी।
SIR का यह दूसरा चरण बिहार के बाद है। सुप्रीम कोर्ट में बिहार के SIR पर सुनवाई भी चल रही है। स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) अभियान का उद्देश्य वोटर लिस्ट में वोटर्स का नाम शामिल करना, अवैध नाम हटाना और अन्य डिटेल्स को सटीक बनाना है। 7 फरवरी 2026 को फाइनल मतदाता लिस्ट प्रकाशित होने के साथ ही ये प्रक्रिया पूरी होगी।
इस प्रक्रिया के दौरान बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) घर-घर जाकर वोटर्स से संपर्क करेंगे। साथ ही उन्हें गणना फॉर्म की 2 कॉपी उपलब्ध कराएंगे। मतदाता की जरूरी डिटेल्स भरकर एक कॉपी वापस जमा करेंगे।
| क्रम संख्या | विवरण | आवश्यक जानकारी |
|---|---|---|
| 1 | नाम | उम्मीदवार का पूरा नाम |
| 2 | इलेक्टर फोटो आईडेंटिटी कार्ड (EPIC) नंबर | मान्य EPIC नंबर |
| 3 | जन्मतिथि | दिन / माह / वर्ष के प्रारूप में |
| 4 | मोबाइल नंबर | सक्रिय मोबाइल नंबर |
| 5 | माता-पिता या अभिभावक का नाम | पिता / माता / अभिभावक का नाम |
| 6 | शादीशुदा होने पर पति या पत्नी का नाम | पति / पत्नी का नाम |
| 7 | संबंधित EPIC नंबर | पति या पत्नी का EPIC नंबर |
| 8 | फोटो अपडेट (वैकल्पिक) | नवीनतम पासपोर्ट साइज फोटो |
प्रदेश में 22 साल बाद चुनाव आयोग के निर्देश पर SIR प्रक्रिया हो रही है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा का कहना है कि जो गणना फॉर्म BLO लेकर आएंगे उसमें उसमें वोटर का नाम, इलेक्टर फोटो समेत अन्य डिटेल्स को भरना होगा। अगर वोटर अपनी फोटो को अपडेट करवाना चाहता है तो नवीनतम पासपोर्ट साइज फोटो चस्पा कर सकता है। बताया जा रहा है कि इस SIR प्रक्रिया में करोड़ों मतदाता शामिल होंगे।
बता दें कि भाजपा ने SIR प्रक्रिया के लिए अवध, काशी, पश्चिम, ब्रज, गोरखपुर और कानपुर क्षेत्रों में क्षेत्रीय संयोजक नियुक्त किए हैं। साथ ही वॉर रूम भी बनाया है। इन सभी संयोजकों को प्रतिदिन वॉर रूम में बैठकर काम करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें रोजाना अपने क्षेत्र के जिला और विधानसभा संयोजकों से संपर्क कर रिपोर्ट लेनी होगी। इसके अलावा, जिलों में किन-किन पदाधिकारियों ने बूथ विजिट नहीं की है, इसकी रिपोर्ट भी जुटाकर प्रदेश मुख्यालय को भेजनी होगी।