UP Assembly Winter Session: यूपी विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन समाजवादी पार्टी के विधायक जाहिद बेग का अनोखा विरोध चर्चा में रहा। ऑक्सीजन सिलेंडर और कोडीन कफ सिरप लेकर विधानसभा पहुंचे विधायक ने प्रदूषण, स्वास्थ्य संकट और कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
UP Assembly Winter Session 2025 : उत्तर प्रदेश विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सियासी माहौल उस वक्त गरमा गया, जब समाजवादी पार्टी के विधायक जाहिद बेग ऑक्सीजन सिलेंडर और कोडीन युक्त कफ सिरप लेकर विधानसभा परिसर पहुंचे। उनके इस अनोखे और प्रतीकात्मक विरोध ने न केवल सदन का ध्यान खींचा, बल्कि प्रदेश में प्रदूषण, स्वास्थ्य संकट और कानून-व्यवस्था जैसे गंभीर मुद्दों को एक बार फिर चर्चा के केंद्र में ला दिया। सत्र के पहले दिन ही इस प्रदर्शन ने साफ कर दिया कि विपक्ष सरकार को हर मोर्चे पर घेरने के मूड में है।
जाहिद बेग ने ऑक्सीजन सिलेंडर को प्रदेश में बढ़ते प्रदूषण और सांस संबंधी बीमारियों का प्रतीक बताया, जबकि कफ सिरप को स्वास्थ्य व्यवस्था और नशे की बढ़ती समस्या से जोड़ा। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन किसी नाटकीयता के लिए नहीं, बल्कि आम जनता की पीड़ा को सदन तक पहुंचाने के लिए किया गया है। उनका कहना था कि प्रदेश के कई शहरों में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है, जिससे बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है।
सपा विधायक ने आरोप लगाया कि प्रदूषण की गंभीर स्थिति के कारण उत्तर प्रदेश में एक अंतरराष्ट्रीय मैच तक रद्द करना पड़ा, जो सरकार की विफलता का बड़ा प्रमाण है। उन्होंने कहा कि जब हालात इतने खराब हो जाएं कि खिलाड़ियों की सेहत को खतरा हो, तो यह दर्शाता है कि प्रदूषण नियंत्रण को लेकर सरकार ने समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाए। जाहिद बेग ने सवाल किया कि जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश की छवि धूमिल हो रही है, तब सरकार सिर्फ आंकड़ों और दावों में ही क्यों उलझी है।
विधायक ने कहा कि प्रदेश के कई इलाकों में हालात इतने खराब हो चुके हैं कि आम लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। अस्पतालों में दमा, सांस और एलर्जी के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन स्वास्थ्य सुविधाएं उस अनुपात में नहीं बढ़ाई गईं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार विकास के नाम पर पर्यावरण की अनदेखी कर रही है, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
प्रदूषण और स्वास्थ्य के साथ-साथ जाहिद बेग ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि माफिया खुलेआम लोगों को धमका रहे हैं, वसूली और अवैध कारोबार फल-फूल रहा है, लेकिन सरकार प्रभावी कार्रवाई करने में विफल साबित हो रही है। उन्होंने दावा किया कि आम नागरिक खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है और शिकायत करने पर भी कई बार कार्रवाई नहीं होती।
जाहिद बेग के इस प्रदर्शन से विधानमंडल सत्र के पहले दिन ही राजनीतिक तापमान बढ़ गया। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने इस तरह के विरोध को नाटक बताया, जबकि विपक्ष ने इसे जनता की आवाज करार दिया। विधानसभा परिसर में यह मुद्दा चर्चा का केंद्र बना रहा और मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक इस अनोखे विरोध की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हुए।