UP Roadway: उत्तर प्रदेश में रोडवेज के संविदा ड्राइवरों और कंडक्टरों के लिए बड़ी राहत की खबर सामने आई है। परिवहन निगम ने प्रति किलोमीटर मानदेय बढ़ाने का आदेश जारी किया है। वहीं वाराणसी में रोजगार महाकुंभ का आयोजन कर हजारों युवाओं को नौकरी का अवसर दिया जा रहा है।
UP Roadways Pay Hike Driver-Conductor Salary Increase: उत्तर प्रदेश के लाखों संविदा बस चालकों और परिचालकों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम (UPSRTC) ने संविदा ड्राइवरों और कंडक्टरों के मानदेय में वृद्धि का आदेश जारी कर दिया है। इस फैसले से प्रदेशभर के हजारों कर्मचारियों को आर्थिक राहत मिलेगी। साथ ही सरकार द्वारा रोजगार के नए अवसर पैदा करने की दिशा में वाराणसी में ‘रोजगार महाकुंभ’ का आयोजन भी किया जा रहा है, जहां हजारों युवाओं को नौकरी मिलने की संभावना है।
परिवहन निगम ने संविदा चालकों और परिचालकों को मिलने वाले प्रति किलोमीटर मानदेय में बढ़ोतरी की है। अब उन्हें पहले से अधिक भुगतान मिलेगा। परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि:
इन डिपो क्षेत्रों के संविदा चालकों और परिचालकों को पहले औसतन 2.18 रुपये प्रति किलोमीटर भुगतान किया जा रहा था, जिसे अब बढ़ाकर 2.28 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है। वहीं प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में कार्यरत संविदा चालक-परिचालकों के लिए प्रति किलोमीटर 7 पैसे की अतिरिक्त बढ़ोतरी की गई है। पहले यह बढ़ोतरी 14 पैसे प्रस्तावित थी, लेकिन अंतिम आदेश में औसतन 7 पैसे की वृद्धि लागू की गई। यह नई दरें 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होंगी।
परिवहन निगम ने यह भी स्पष्ट किया है कि बढ़े हुए मानदेय का लाभ उन्हीं संविदा कर्मियों को मिलेगा, जो कुछ तय शर्तें पूरी करेंगे।
इन मानकों को पूरा करने वाले कर्मचारियों को ही संशोधित दरों का लाभ मिलेगा।
नई व्यवस्था के तहत संविदा चालकों और परिचालकों के मासिक मानदेय में भी बढ़ोतरी तय हुई है।
इस फैसले से उन हजारों कर्मचारियों को राहत मिलेगी, जो लंबे समय से वेतन वृद्धि की मांग कर रहे थे।
परिवहन निगम के इस फैसले के बाद रोडवेज कर्मियों में खुशी की लहर है। कर्मचारी संगठनों का कहना है कि यह फैसला देर से सही, लेकिन उचित दिशा में उठाया गया कदम है। इससे कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा और वे अधिक जिम्मेदारी से यात्रियों को सेवा दे सकेंगे।
वाराणसी में रोजगार महाकुंभ, 27 हजार से ज्यादा युवाओं को नौकरी का मौका
प्रदेश सरकार केवल कर्मचारियों के वेतन वृद्धि तक सीमित नहीं है, बल्कि बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए भी बड़े स्तर पर कदम उठा रही है। इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ में पहले रोजगार महाकुंभ की सफलता के बाद अब दूसरा बड़ा आयोजन वाराणसी में किया जा रहा है।
श्रम एवं सेवायोजन विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. एम.के.एस. सुंदरम ने बताया कि रोजगार महाकुंभ की सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं।
इस आयोजन की एक खास बात यह है कि इसमें संयुक्त अरब अमीरात, ओमान और सऊदी अरब की 14 विदेशी कंपनियां भी भाग ले रही हैं। हालांकि, इस बार इस्राइल की कोई भी कंपनी इस आयोजन में शामिल नहीं होगी।
श्रम मंत्री अनिल राजभर ने हाल ही में अधिकारियों के साथ कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी सुविधाएं समय से पहले पूरी कर ली जाएं, ताकि युवाओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। अधिकारियों ने बताया कि पंजीकरण व्यवस्था, कंपनियों के स्टॉल, इंटरव्यू काउंटर और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की पूरी तैयारी कर ली गई है।
रोजगार महाकुंभ प्रदेश के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर बनकर सामने आया है। खासकर आईटीआई, डिप्लोमा, ग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट और तकनीकी योग्यता वाले युवाओं को यहां पर सीधे इंटरव्यू देकर नौकरी पाने का मौका मिलेगा।
सरकार का उद्देश्य है कि प्रदेश के अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके।