Yogi Adityanath SIR workshop : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को भाजपा की एक कार्यशाला में पार्टी के सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों को विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर सख्त निर्देश दिए।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को भाजपा की एक कार्यशाला में पार्टी के सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों को विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर सख्त निर्देश दिए। उन्होंने मुस्लिम बहुल बूथों पर फोकस करते हुए कहा कि जहां मुस्लिम वोटर ज्यादा हैं, वहां हिंदू वोटर्स का बूथ बदलवाकर उन्हें वोटिंग के लिए प्रोत्साहित करें। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने चेतावनी दी कि SIR का काम न करने वाले चुनावी मौके गंवा देंगे, क्योंकि इसका असर अगले 20 साल तक रहेगा।
कार्यशाला इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित की गई, जहां डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह समेत सभी विधायक, सांसद, जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी मौजूद थे। यह SIR के दूसरे चरण की तैयारी के लिए थी।
तरुण चुघ ने कहा कि जो चुनाव लड़ना चाहते हैं, वे SIR में जुट जाएं। यह 'चुनावी खुजली' मिटाने का सही समय है। SIR का असर 20 साल तक रहेगा; जो अब पूरा करेगा, वह लंबे समय तक विधायक/सांसद बनेगा। यदि चुनाव नहीं लड़ना, तो सीएम योगी और प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी को पहले बता दें, लेकिन पार्टी के साथ धोखा न करें। अभी नाम जुड़वाने का समय है; बाद में फॉर्म-6 में औपचारिकताएं ज्यादा होंगी। चार दिनों में पूरी ताकत लगाएं। 100-500 वोटों से जीती सीटों पर फोकस करें, वरना हार तय। वोटर्स के नाम कटने से जीत मुश्किल।
सीएम योगी ने कहा आपत्तियां ज्यादा दाखिल करें, ड्राफ्ट सूची में संदिग्ध नामों पर आपत्ति लगाएं। मुस्लिम बहुल क्षेत्रों पर विशेष फोकस। आपत्ति से नाम कटेगा, आपत्ति लगते ही BLO नाम काट देगा; बाद में शपथ-पत्र और दस्तावेजों से ही जुड़ेगा। मुस्लिम बहुल बूथों पर एक्शन, जहां 800 मुस्लिम और 200 हिंदू वोटर हैं, वहां हिंदू वोटर्स का बूथ बदलवाएं। क्योंकि मुस्लिम बहुलता में हिंदू वोट डालने नहीं जाते। उलट जहां हिंदू बहुल (800 हिंदू, 200 मुस्लिम), वहां मुस्लिम पूरा वोट डालते हैं। गोंडा की मनकापुर में 3-5% बुजुर्गों को मृत दिखाया गया, जो असंभव। जांच करें।