Monsoon In CG: मौसम विभाग ने 25 सितंबर को भी एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना जताई है। जिसके असर से बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने 25 सितंबर को भी ऑरेंज अलर्ट और 30 सितंबर तक यलो अलर्ट जारी किया है।
Monsoon In CG: मानसून के सक्रिय होते ही आसमान से बादल फट पड़े। करीब 15 घंटे तक ऐसी आफत की बारिश हुई कि नदी-नाले तक ओवरफ्लो हो गए। स्कूल व घरों तक पानी घुस गया। मानसून के चार महीने के सीजन में पहली बार महासमुंद जिले में इतनी मूसलाधार बारिश हुई।
बंगाल की खाड़ी में तगड़ा सिस्टम बनने से पूरा जिला जलमग्न हो गया। कहीं पेड़ गिरे तो कहीं नदी-नाले उफान पर होने से एक-दूसरे गांव का संपर्क कट गया। मुसीबत की बारिश के कारण बुधवार को लोगों का घर से निकलना भी मुश्किल हो गया। दोपहर एक बजे तक तेज बारिश हुई। कई व्यापारियों ने दुकानें भी नहीं खोली। दोपहर तक लोगों की आवाजाही भी काफी कम रही। कई बसें भी अपने निर्धारित रूट पर नहीं चलीं। इतना ही नहीं, जिला मुख्यालय के सरकारी दफ्तरों के सामने घुटने भर पानी भर गया था।
बारिश के बाद पत्रिका टीम ने शहर के कुछ हिस्सों का मुआयना किया तो चारों तरफ बारिश के कारण स्थिति खराब थी। सब्जी बाजार में बारिश का पानी नाले की तरह बह रहा था। शिक्षा विभाग के सामने टापू बन गया था। कार्यालयीन कार्य के लिए पहुंचे स्टॉफ और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पानी की निकासी नहीं होने से दिनभर लोगों को मशक्कत करनी पड़ी।
शहर के आदर्श बालक स्कूल मैदान भी लबालब पानी से भर गया। बुधवार को यहां गरबा कार्यक्रम होना था। मोहल्लों में घरों के सामने भी तालाब जैसा नजारा दिख रहा था। इस मानसून सीजन में ऐसी बारिश नहीं हुई थी। नेशनल हाइवे-353 झालखम्हरिया रोड पर एक पेड़ गिर गया था। बीती रात सभी विकासखंडों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश हुई। आज भी बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग ने 25 सितंबर को भी एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना जताई है। जिसके असर से बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने 25 सितंबर को भी ऑरेंज अलर्ट और 30 सितंबर तक यलो अलर्ट जारी किया है। 26 सितंबर को भी एक अवदाब बन सकता है। द्रणिका भी बनी हुई है। एक साथ कई सिस्टम बनने से बारिश हो रही है। बारिश से लोगों को कार्य प्रभावित हुआ है। जगह-जगह जलभराव भी हो गया था।
मौसम विभाग के मुताबिक 24 सितंबर को 78.5 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। महासमुंद विकासखंड में 39.६ मिमी बारिश हुई। सरायपाली में 88 मिमी, बसना में 119 मिमी, पिथौरा में 92 मिमी, बागबाहरा में 63 मिमी, कोमाखान में 65 मिमी, कुल 78.५ मिमी बारिश दर्ज की गई। एक जून से अब तक महासमुंद में 639 मिमी, सरायपाली में 912 मिमी, बसना में 814 मिमी, पिथौरा में 1079 मिमी, बागबाहरा में 771 मिमी, कोमाखान में 819.५ मिमी हुई। जिले में एक जून से अब तक 842 मिमी बारिश हो चुकी है। औसत से 15 फीसदी कम बारिश हुई है।
बांधाें से पानी छोड़ने की मांग कर रहे किसानों को बारिश होने से राहत मिली है। समय पर बारिश होने से किसानों को फसल के लिए पानी मिल गया है। वहीं कई जगह खेतों में लबालब पानी भर गया। कई किसान पानी निकासी के लिए दिनभर मशक्कत करते रहे। कई खेतों में धान की फसल पर बालियां आनी शुरू हो गई थी।
भारत सरकार राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार बाढ़ से निपटने के लिए बाढ़ आपदा प्रशिक्षण 25 सितम्बर को ग्राम अछोला समोदा बैराज एवं जिला अस्पताल महासमुंद में किया जाएगा। आयोजन के लिए अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी महासमुंद जिला के लिए इंसिडेंट कमांडर होंगे।
इसी प्रकार सभी एसडीएम अनुविभाग के लिए एवं सभी तहसीलदार तहसील के लए इंसिडेंट कमांडर होंगे। 25 सितम्बर को मॉकड्रिल अभ्यास कार्यक्रम में बाढ़ के समय किए जाने वालो कार्यों का अभ्यास किया जाएगा। जिसके लिए विभागीय अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो अपने विभाग अमले को नामजद कार्य सौपेंगे।