Monsoon Update: महासमुंद जिले में अब तक औसत से 22% कम बारिश हुई है। बांधों में पानी घटा, खेतों में धान की फसल पर संकट मंडरा रहा है।
Monsoon Update: महासमुंद जिले में अब तक औसत से 22 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई है। महासमुंद विकासखंड में औसत से 43 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरे हैं। बांधों में पानी कम है। खरीफ सीजन में धान की फसल लेने वाले किसान चिंतित हैं। महासमुंद जिले में अब तक 730 मिमी बारिश हुई है। मानसून 17 जून को पहुंचा था।
जुलाई महीने में अच्छी बारिश दर्ज की गई, लेकिन अगस्त और सितंबर माह में मानसून की बेरुखी देखने को मिली। बादल तो छाए हुए हैं, लेकिन बरस नहीं रहे हैं। पर्याप्त बारिश नहीं होने से फसलों पर असर पड़ सकता है। एक जून से अब तक महासमुंद विकासखंड में 598 मिमी, सरायपाली में 786 मिमी, बसना में 671 मिमी, पिथौरा में 948 मिमी, बागबाहरा में 663 मिमी, कोमाखान में 714 मिमी बारिश हुई।
17 सितंबर को महासमुंद में 3, सरायपाली 1, बसना में दो, पिथौरा में 9, बागबाहरा में 4.2, कोमाखान में 12.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। औसत 5 मिमी बारिश दर्ज की गई। पिछले दो साल से महासमुंद विकासखंड में कम बारिश हो रहा है। मौसम विभाग ने आगामी दिनाें में वर्षा की गतिविधियों में कमी आने की संभावना जताई है। क्योंकि, मानसून सीजन खत्म होने वाला है।
पूर्व उत्तर प्रदेश और उससे सटे बिहार के आस-पास चक्रवात बना हुआ है। एक द्रोणिका भी बनी हुई है। जिसके असर से कहीं-कहीं बारिश हो रही है। जिसका असर 24 घंटे में कम होने की संभावना है। जिससे वर्षा की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है। किसान आसमान ताक रहे हैं।
Monsoon Update: धान की फसल के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है। जिले में 2 लाख 45 हजार हेक्टेयर में धान की फसल ली गई है। कोड़ार बांध से पानी छोड़ा जा रहा है, लेकिन अक्टूबर माह में किसानों को दिक्कत हो सकती है। मौसम में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। बांधों में पानी नहीं होने से रबी फसल के लिए पानी मिलने की उमीद कम हो गई है।
विकासखंड 17 सितंबर तक (मिमी) औसत वर्षा प्रतिशत अनुमान
महासमुंद 598 1034 57.9 1265
सरायपाली 786 916 85 1225
बसना 671 1019 65.8 1268
पिथौरा 948 939 101 1172
बागबाहरा 663 859 72 1026
कोमाखान 714 846 84 00
औसत 730 मिमी 936 मिमी 78 993