धर्मांतरण कराने के आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर का ATS अब महराजगंज कनेक्शन खंगाल रही है। जानकारी के मुताबिक पीड़िता के बयान में जिले का नौतनवां कस्बा भी धर्मांतरण का मुक्त केंद्र बताया गया है। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं।
नेपाल से सटा गोरखपुर रेंज का महराजगंज जिला एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियों के घेरे में आ गया है। जिले का नौतनवा कस्बा जो कि इंडो-नेपाल इंटरनेशनल बॉर्डर क्षेत्र है एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार मामला अवैध धर्मांतरण और विदेशी फंडिग करने वाले छांगुर बाबा गैंग से जुड़ा है। लखनऊ की एक पीड़िता के बयान के बाद एजेंसियों ने छांगुर बाबा गैंग और उससे जुड़े संदिग्धों की जांच शुरू कर दी है।
पीड़िता ने दावा किया है कि नौतनवा में रहने वाले डॉक्टर अबु हरेरा अंसारी और उनके पुत्र अमित उर्फ आमिर अंसारी, स्वयं को हिंदू बताकर सीमावर्ती जनपदों और नेपाल तक की हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाते हैं। इसके बाद उन्हें कथित तौर पर छांगुर बाबा के धर्मांतरण केंद्र में ले जाकर जबरन धर्म परिवर्तन करवाया जाता है।पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि यह गिरोह भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने की बात करता है और हिंदू धर्म के खिलाफ सुनियोजित साजिश रचता है। इस खुलासे के बाद महराजगंज पुलिस अलर्ट हो गई है और आरोपियों के हरकत की गहराई से जांच की जा रही है। इसमें विदेशी फंडिग, हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण का केस मुख्य है।पुलिस द्वारा छांगुर बाबा और उससे जुड़े अन्य व्यक्तियों की सीमा पार गतिविधियों और धार्मिक केंद्रों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।