Meerut News: मेरठ में रेलवे मेंटेनेंस सुपरवाइजर ने गर्लफ्रेंड से आख़िरी कॉल के बाद आत्महत्या कर ली। परिजनों ने युवती पर ब्लैकमेल और मानसिक उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है। पुलिस ऑडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर जांच में जुटी है।
Railway Supervisor Suicide Meerut:मेरठ में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां रेलवे में कार्यरत एक सुपरवाइजर ने अपनी गर्लफ्रेंड से आख़िरी बार बात करने के बाद आत्महत्या कर ली। फोन कॉल के दौरान उसने रोते हुए कहा- “मेरे प्यार को मत ठुकराओ, मैं तुम्हारे बिना नहीं जी सकता”, लेकिन जब सामने से इंकार मिला तो उसने जान देने जैसा खौफनाक कदम उठा लिया।
घटना दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव की है। सोमवार सुबह करीब 12 बजे खेतों की ओर जा रहे ग्रामीणों ने आम के बाग में एक व्यक्ति का शव फंदे पर लटका देखा। सूचना मिलते ही ग्राम प्रधान और पुलिस मौके पर पहुंची। शव को नीचे उतरवाकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।
मृतक की पहचान 35 वर्षीय सुमित के रूप में हुई है, जो जानी थाना क्षेत्र के किठौली गांव का रहने वाला था। वह न्यू सकौती रेलवे स्टेशन पर रेलवे मेंटेनेंस सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत था। सुमित अविवाहित था और माता-पिता के साथ रहता था। उसके दो बड़े भाई और एक बहन हैं, सभी शादीशुदा हैं।
परिजनों के अनुसार, सुमित पिछले चार वर्षों से शोभापुर निवासी एक युवती के साथ प्रेम संबंध में था। रविवार रात सुमित ने उसी युवती को फोन किया और भावुक होकर उसे छोड़कर न जाने की गुहार लगाई। उसने कहा कि वह उसके बिना नहीं रह सकता और प्यार को ठुकराने पर जान देने की बात कही।
परिजनों का कहना है कि युवती के लगातार इंकार और बातचीत के दौरान तनाव बढ़ने पर सुमित ने कहा- “मैं आत्महत्या कर रहा हूं”। इसके बाद उसने फोन काट दिया और दादरी गांव के आम के बाग में जाकर फंदा लगा लिया।
पुलिस को घटनास्थल से सुमित की मोटरसाइकिल और हेलमेट मिले हैं। इसके साथ ही पुलिस को मोबाइल में बातचीत से जुड़ी एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी प्राप्त हुई है, जो मामले की जांच में अहम मानी जा रही है। फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए हैं।
मृतक के भाई दीपक ने युवती पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि तीन साल पहले उसी युवती ने सुमित को झूठे मुकदमे में जेल भिजवाया था। आरोप है कि रविवार रात भी युवती ने जेल भेजने और बलात्कार जैसे झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी थी, जिससे सुमित मानसिक रूप से पूरी तरह टूट चुका था।
परिजनों का दावा है कि लगातार ब्लैकमेलिंग, डर और अपमान के कारण सुमित गहरे तनाव में था। मानसिक दबाव इतना बढ़ गया कि उसने अपनी जिंदगी खत्म करने का फैसला कर लिया।
सीओ दौराला प्रकाश चंद अग्रवाल ने बताया कि परिजनों को सूचना दे दी गई है। मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है। ऑडियो रिकॉर्डिंग और अन्य सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।