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उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की नदियों में जलस्तर बढ़ा, अलर्ट जारी

उत्तराखंड की कई नदियों खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में गंगा का जल स्तर बढ़ गया है। उत्तराखंड में गंगा हरिद्वार और ऋषिकेश दोनों में खतरे के निशान से ऊपर है, जबकि टिहरी जिले के देवप्रयाग में भागीरथी खतरे के निशान को पार कर चुकी है।

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Jun 19, 2021
Water level rises in rivers of Uttarakhand and Uttar Pradesh, alert issued

नई दिल्ली। मानसून ने दस्तक दे दी है और कई राज्यों में मूसलाधार बारिश भी हो रही है। ऐसे में संबंधित राज्यों की नदियों में जलस्तर बढ़ने लगा है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी नदियों का जल स्तर बढ़ने के बाद अलर्ट जारी किया गया है।

उत्तराखंड की कई नदियों खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में गंगा का जल स्तर बढ़ गया है। उत्तराखंड में गंगा हरिद्वार और ऋषिकेश दोनों में खतरे के निशान से ऊपर है, जबकि टिहरी जिले के देवप्रयाग में भागीरथी खतरे के निशान को पार कर चुकी है।

केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक गंगा का जलस्तर 294.1 मीटर है, जो खतरे के निशान से 0.10 मीटर ऊपर है। सीडब्ल्यूसी के अधीक्षण अभियंता राजेश कुमार ने कहा “ऋषिकेश में गंगा जल स्तर से चार मीटर ऊपर बह रही है। देवप्रयाग में भागीरथी 465 मीटर या खतरे के स्तर से दो मीटर ऊपर है और लगातार बढ़ने की प्रवृत्ति दिख रही है।”

अधिकारियों ने कहा कि पहाड़ी राज्य में गंगा और भागीरथी के किनारे के गांवों के निवासियों को संबंधित जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे आश्रयों और अन्य सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। इस बीच, चमोली जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय ने बताया है कि चमोली में, अलकनंदा खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही है, जबकि कर्णप्रयाग में पिंडर के लिए यह आंकड़ा 1.5 मीटर है।

उत्तराखंड में लगातार हो रही है बारिश

उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों में भारी बारिश हो रही है। शनिवार को चमोली में 142 मिमी बारिश हुई, जबकि कर्णप्रयाग में 136 मिमी बारिश हुई। पौड़ी जिले के श्रीनगर में यह 128 मिमी, रुद्रप्रयाग में 103.8 मिमी, जोशीमठ में 97.2 मिमी और ऋषिकेश में 53 मिमी मापा गया।

वहीं, पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में जिला अधिकारियों ने नदी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए लोगों को गंगा के पास न जाने के लिए सतर्क किया है। उपमंडल मजिस्ट्रेट जयेंद्र कुमार ने कहा, "एहतियाती उपाय के तौर पर हरिद्वार में एक बैराज से 375,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद लोगों को नदी के पास नहीं जाने के लिए कहा गया है।" अधिकारियों के मुताबिक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

Published on:
19 Jun 2021 10:53 pm
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