बिल गेट्स ने कोरोना वायरस महामारी की भविष्यवाणी वर्ष 2015 में ही कर दी थी। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बोले- कोरोना के बाद अब दो और खतरनाक बीमारियां आएंगी। दी चेतावनी कि कोरोना के बाद अब श्वसन और जलवायु संबंधी महामारी आएंगी।
नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और अध्यक्ष बिल गेट्स ने 2015 में ही कोरोना वायरस जैसी महामारी की चेतावनी दी थी। कोरोना वायरस के बाद अब गेट्स ने दो और आपदाओं की चेतावनी दी है। गेट्स का कहना है कि कोरोना के बाद अब दो ऐसी भयानक विपदाएं आने वाली हैं, जो इंसान को झकझोर के रख देंगी।
वर्ष 2015 में बिल गेट्स की दी हुई भविष्यवाणी 2020 में सच साबित हुई। अभी लोग कोरोना जैसी भयानक महामारी से उबरे भी नहीं हैं और आम जनता तक वैक्सीन पहुंची भी नहीं है, ऐसे वक्त में गेट्स की ये भविष्यवाणी क्या कोहराम मचाएगी, सोचने वाली बात है।
बिल गेट्स के हिसाब से अब कोरोना वायरस से भी भयानक आपदाएं लोगों के ऊपर मंडराने वाली हैं। गेट्स ने ये भविष्यवाणी इसलिए भी की ताकि लोग पहले से ही सतर्क हो जाए और भविष्य में आने वाले इस संकट से अपना बचाव कर सकें।
"अगला प्रकोप? हम तैयार नहीं हैं," शीर्षक वाले 2015 के टेड टॉक में बिल गेट्स ने COVID -19 की तरह के संभावित वायरस के प्रकोप के बारे में बात की थी। गेट्स ने कहा था, "अगर अगले कुछ दशकों में 10 लाख से अधिक लोग मारे जाएं, तो इसकी वजह युद्ध के बजाय एक संक्रामक वायरस होने की संभावना है। और यह मिसाइलें नहीं बल्कि माइक्रोब्स होंगे।"
इस वीडियो ने जब कोरोना वायरस महामारी ने विश्व को हक्का-बक्का कर दिया था, मार्च 2020 में दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा। लेकिन गेट्स ने तो छह साल पहले ही कोरोना की भविष्यवाणी कर दी थी।
माइक्रोसोफ्ट प्रमुख ने हाल ही में एक लोकप्रिय यूट्यूब चैनल "वेरिटैसियम" चलाने वाले डेरेक मुलर के साथ बातचीत की, और कहा कि वह अपनी भविष्यवाणी के बारे में अच्छा महसूस नहीं करते हैं।
गेट्स ने कहा था, "मैंने आपसे कहा था कि जो भी कुछ इस तरह से आता है, कोई भी अच्छा अहसास नहीं है। क्या मैं और अधिक प्रेरक हो सकता था?" हालांकि मुलर ने गेट्स से पूछा कि आधा दशक पहले वह एक महामारी जैसी किसी चीज के बारे में कैसे इतने सुनिश्चित थे।
गेट्स ने कहा, "तमाम तरह के सांस संबंधी वायरस होते हैं और आने वाले समय के साथ कई और आएंगे। श्वसन संबंधी बीमारियां काफी खतरनाक और जानलेवा होती है। श्वसन संबंधी बीमारी सांस के जरिए फैलती हैं। श्वसन की बीमारी से संक्रमित व्यक्ति अगर विमान, बस या फिर आपके आस-पास मौजूद है, तो ये मान लिजिए कि आपका संक्रमित होना तय है।"
उन्होंने आगे कहा, "इसके अलावा अन्य कई बीमारियों से अलग इबोला जैसे मामले भी होते हैं, जहां पर जब तक वायरल लोड अन्य लोगों को संक्रमित करे, आप अस्पताल में बेड में होते हैं।"
इसके बाद मुलर ने गेट्स से उस अगली आपदा के बारे में पूछा, जिसके बारे में इंसान अब तक तैयार नहीं हैं। इसके जवाब में गेट्स ने कहा, "एक है जलवायु परिवर्तन, जिससे हर साल होने वाली मौतें, इस (कोरोना) महामारी से भी ज्यादा हैं।" इसके बाद अगली आपदा के बारे में पूछने पर गेट्स ने कहा कि उनको लगता है कि लोग इस बारे में बात करना पसंद नहीं करते।
उन्होंने कहा, "जैव-आतंकवाद यानी बायो-टेररिज्म। कोई भी व्यक्ति जो नुकसान करना चाहता है, वह एक वायरस को इंजीनियर कर सकता है और इसका मतलब है कि उसकी कीमत या फिर उससे होने वाला नुकसान, मौजूदा प्राकृतिक-रूप से आई महामारी से कहीं ज्यादा हो सकता है।"
ऐसे वक्त में जब दुनिया पहले से ही महामारी से जूझ रही है, क्या इंसान अगली महामारी को रोक पाएंगा? इसके जवाब में गेट्स ने कहा, "नहीं। और अधिक महामारी होंगी।"