Moradabad News: मुरादाबाद के डीएम अनुज सिंह शुक्रवार को डिडौरी गांव में क्रॉप कटिंग निरीक्षण के दौरान किसान बन गए। उन्होंने दरांती लेकर खेत में धान की कटाई की और वहीं खड़े होकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। प्राधिकरण से जुड़ी शिकायतों पर मौके से ही अधिकारियों को निर्देश दिए, जिससे ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई।
DM anuj singh crop cutting in Moradabad: यूपी के मुरादाबाद डीएम अनुज सिंह शुक्रवार को कुछ अलग अंदाज़ में नज़र आए। डिडौरी गांव में क्रॉप कटिंग निरीक्षण के लिए पहुंचे तो उन्होंने सिर्फ औपचारिकता नहीं निभाई, बल्कि खुद किसान बन गए। खेत में पहुंचे तो उन्होंने दरांती उठाई और किसानों के साथ बैठकर धान काटना शुरू कर दिया। अचानक DM को खेत में इस तरह काम करता देखकर किसान और ग्रामीण दोनों हैरान रह गए।
डीएम अनुज सिंह ने धान की फसल काटने के बाद वहीं खेत में खड़े होकर ग्रामीणों की शिकायतें सुननी शुरू कीं। लोगों ने खुलकर अपनी बातें रखीं। किसी ने सिंचाई की दिक्कत बताई, तो किसी ने प्राधिकरण से जुड़ी समस्याएं सामने रखीं। डीएम ने हर शिकायत को गंभीरता से सुना और मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को फोन कर निर्देश दिए। विशेष रूप से, एमडीए वीसी को कॉल कर किसानों से जुड़े मामलों का जल्द समाधान करने को कहा। ग्रामीणों ने कहा कि यह पहली बार देखा कि कोई अधिकारी उनके खेत में आकर इतनी सरलता से उनकी समस्याएं सुन रहा है।
दरअसल, डीएम अनुज सिंह का यह दौरा “क्रॉप कटिंग फसल बीमा योजना” के तहत था, जिसमें फसलों को हुए नुकसान का आकलन किया जाता है। लेकिन अनुज सिंह ने इस औपचारिक प्रक्रिया को जनसंवाद का माध्यम बना दिया। उन्होंने किसानों से पूछा कि क्या फसल बीमा की राशि समय पर मिल रही है और क्या सर्वे में कोई दिक्कत है। किसानों ने उन्हें जमीनी स्थिति बताई, जिस पर डीएम ने तुरंत बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों और कृषि अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
ग्रामीणों को जैसे ही पता चला कि डीएम खेत पर हैं और किसान के साथ धान काट रहे हैं, तो लोग घरों से निकलकर खेत की ओर दौड़े। वहां महिलाओं और बुजुर्गों की भीड़ लग गई। डीएम ने मुस्कुराकर सभी से हालचाल पूछा और कहा कि किसानों की मेहनत ही असली पूंजी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रशासन हमेशा किसानों के साथ खड़ा रहेगा। ग्रामीणों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया और कहा कि ऐसा संवेदनशील अधिकारी बहुत कम देखने को मिलता है।
डीएम अनुज सिंह का यह कदम सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गया है। लोगों ने उनकी सादगी और संवेदनशीलता की सराहना की है। मुरादाबाद प्रशासन की यह पहल न केवल किसानों से जुड़ाव का उदाहरण है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि अधिकारियों को जनता के बीच जाकर वास्तविक हालात समझने चाहिए।