Moradabad News: मुरादाबाद के बिलारी क्षेत्र में ट्रैफिक पुलिस की चेकिंग के दौरान बाइक असंतुलित होकर गिर गई, जिससे महिला गंभीर रूप से घायल हो गई।
Police checking incident woman injured in moradabad: यूपी के मुरादाबाद जिले के बिलारी थाना क्षेत्र में बुधवार दोपहर एक बड़ा हादसा हो गया। ट्रैफिक पुलिस की चेकिंग के दौरान अचानक रुकवाई गई बाइक असंतुलित हो गई और उस पर बैठी महिला सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया और आक्रोशित ग्रामीणों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मुरादाबाद ने मामले का संज्ञान लिया। जांच में पाया गया कि उप निरीक्षक (दरोगा) शनि कुमार और आरक्षी आकाश तोमर निर्धारित ड्यूटी स्थल पर न होकर बिना अनुमति के अन्य जगह चेकिंग कर रहे थे। इस लापरवाही के चलते महिला को गंभीर चोटें आईं। इसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित कर विभागीय जांच बैठा दी गई।
जानकारी के अनुसार, बिलारी थाना क्षेत्र के अमरपुरकाशी गांव निवासी सतीश कुमार अपनी भाभी ललिता को बाइक पर बैठाकर सहसपुर की ओर जा रहे थे। जैसे ही वे सहसपुर गांव स्थित रानी प्रीतम कंवर स्कूल के सामने पहुंचे, ट्रैफिक पुलिस ने अचानक रुकने का इशारा किया। हड़बड़ाहट में बाइक का संतुलन बिगड़ा और पीछे बैठी ललिता सड़क पर गिर गईं। उन्हें गंभीर चोटें आईं और तुरंत आयुष्मान अस्पताल ले जाया गया।
घटना की जानकारी जैसे ही अमरपुरकाशी और सहसपुर गांव तक पहुंची, बड़ी संख्या में ग्रामीण अस्पताल में जुट गए। ग्रामीणों ने पुलिस पर गलत तरीके से रोकने और लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। देखते ही देखते अस्पताल में माहौल तनावपूर्ण हो गया और पुलिसकर्मियों को मौके से हटकर नजदीकी चौकी में शरण लेनी पड़ी। इस दौरान थाना भगतपुर में तैनात होमगार्ड इब्ने हसन भी ग्रामीणों के गुस्से का शिकार बने।
जांच रिपोर्ट में साफ हुआ कि उप निरीक्षक शनि कुमार और सिपाही आकाश तोमर अपनी निर्धारित ड्यूटी से हटकर चेकिंग कर रहे थे। उनकी इस लापरवाही की वजह से महिला को गंभीर चोटें आईं और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। एसएसपी ने दोनों को निलंबित कर विभागीय जांच बैठा दी। अधिकारियों का कहना है कि जांच में दोषी पाए जाने पर आगे कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गंभीर रूप से घायल ललिता को पहले स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया और फिर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों की देखरेख में उनका इलाज जारी है। परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की है।