Moradabad News: यूपी के मुरादाबाद में स्मार्ट मीटर से जुड़े विवाद पर बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं को राहत दी है। अधिकारियों ने चेक मीटर लगाकर जांच की, जिसमें स्मार्ट मीटर और चेक मीटर दोनों की रीडिंग बिल्कुल समान पाई गई।
Smart meter billing issue in Moradabad: मुरादाबाद में स्मार्ट मीटर को लेकर उपभोक्ताओं की लगातार बढ़ती शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए बिजली विभाग ने जांच अभियान शुरू किया। उपभोक्ताओं का कहना था कि स्मार्ट मीटर से बिल ज्यादा आ रहा है, जिसे देखते हुए विभाग ने चेक मीटर लगाने का निर्णय लिया। इस पहल से उपभोक्ताओं की शंकाओं का समाधान करने की कोशिश की गई।
अधिकारियों ने शहर और देहात के अलग-अलग इलाकों में 10 उपभोक्ताओं के घरों पर चेक मीटर लगाए। जब स्मार्ट मीटर और चेक मीटर की तुलना की गई, तो रीडिंग बिल्कुल समान निकली। एक भी यूनिट का अंतर नहीं मिला, जिससे साफ हो गया कि स्मार्ट मीटर की रीडिंग सही है और गड़बड़ी की संभावना निर्मूल साबित हुई।
अधिकारियों ने बताया कि बिजली से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए उपभोक्ता तुरंत 1912 पर कॉल कर सकते हैं। विभाग की ओर से आश्वासन दिया गया कि शिकायत पर त्वरित कार्रवाई होगी और चेक मीटर लगवाकर उपभोक्ता की संतुष्टि सुनिश्चित की जाएगी।
जांच में कई उपभोक्ताओं के घरों पर चौंकाने वाले परिणाम सामने आए। कांशीराम नगर निवासी शगुफ्तार परवीन के घर स्मार्ट मीटर और चेक मीटर दोनों में 456 यूनिट दर्ज हुई। वहीं अमर सिंह के घर 1570 यूनिट, छत्रपाल के घर 304 यूनिट, सुशीला देवी के घर 496 यूनिट, अमित सिंह के घर 544 यूनिट, भगवती के घर 709 यूनिट, काशीराम के घर 360 यूनिट, उर्मिला सागर के घर 485 यूनिट, वसीम रजा के घर 398 यूनिट और पूजा के घर 199 यूनिट दर्ज हुए। सभी जगह रीडिंग में एक भी यूनिट का अंतर नहीं मिला।
बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं की संतुष्टि के लिए एक और कदम उठाया है। अगर कोई उपभोक्ता चाहता है कि उसका पुराना मीटर तुरंत न हटे तो उसे स्मार्ट मीटर के साथ ही रखा जाएगा। उपभोक्ता स्वयं यूनिट मिलान कर सकते हैं और संतुष्ट होने के बाद पुराना मीटर हटाया जाएगा। इससे उपभोक्ताओं का भरोसा भी कायम रहेगा।
अधीक्षण अभियंता प्रशांत कुमार ने बताया कि स्मार्ट मीटर को लेकर किसी भी उपभोक्ता को संदेह नहीं होना चाहिए। पारदर्शिता बनाए रखने के लिए शहर और देहात दोनों जगहों पर चेक मीटर लगाए जा रहे हैं। उनका कहना है कि उपभोक्ताओं की संतुष्टि ही विभाग की प्राथमिकता है और किसी भी तरह की समस्या पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।