Maharashtra Politics: महाराष्ट्र निकाय चुनाव से पहले भाजपा ने शिंदे गुट के कुछ नेताओं और विधानसभा चुनावों में शिवसेना के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले नेताओं को पार्टी में शामिल किया। जिससे शिवसेना नाराज हो गई।
मुंबई की हालिया घटना ने एक बार फिर महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में चल रहे संघर्ष की चर्चाओं को तेज कर दिया है। बताया जा रहा है कि शिवसेना शिंदे गुट के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को बीजेपी द्वारा तोड़ने के आरोपों की वजह से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच दूरी आ गई है।
इस बीच, शनिवार को गेटवे ऑफ इंडिया पर दिव्यज फाउंडेशन के कार्यक्रम में दोनों नेता एक-दूसरे से दूर बैठे दिखे। इस दृश्य ने राजनीतिक हलकों में उठ रहे सवालों को और बल दे दिया। इन अटकलों को इसलिए भी बल मिला क्योंकि इससे पहले शिंदे दिल्ली में अमित शाह से मिले थे। तब उन्होंने राज्य के कुछ बीजेपी नेताओं को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी।
मुंबई के कार्यक्रम की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद फडणवीस-शिंदे के रिश्तों को लेकर तरह-तरह की अटकलें शुरू हो गईं। हालांकि मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने अब इन कयासों को सिरे से खारिज कर दिया है। बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं के बीच जो दो कुर्सियां खाली दिख रहीं थीं, वे मुकेश अंबानी और नीता अंबानी के लिए आरक्षित थीं। हर सीट पर मेहमान का नाम लिखा था, इसलिए दोनों नेताओं को व्यवस्था के अनुसार ही बैठना पड़ा।
कार्यक्रम में सीएम फडणवीस पहले पहुंचे थे। कुछ देर बाद जब डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पहुंचे, तो फडणवीस खड़े होकर उनसे मिले और अभिवादन किया। उन्होंने शिंदे से पास वाली सीट पर बैठने का आग्रह भी किया। शिंदे ने भी सभी को नमस्कार किया, लेकिन आरक्षित सीटों की वजह से उन्हें थोड़ी दूर बैठना पड़ा। इसके बाद दोनों नेताओं की नाराजगी की चर्चा शुरू हो गई।
मुख्यमंत्री कार्यालय के बयान से साफ हो गया है कि दोनों नेताओं के बीच किसी तरह का मतभेद नहीं है। यह केवल कार्यक्रम की तय सीटिंग व्यवस्था का नतीजा था।
बता दें कि बीते मंगलवार को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान शिवसेना शिंदे गुट की नाराजगी खुलकर सामने आ गई थी। शिंदे गुट के सभी मंत्री बैठक से दूर रहे। बाद में बैठक से नदारद रहने वाले मंत्रियों को लेकर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने पहुंचे और अपनी नाराजगी जाहिर की। इसके बाद शिवसेना प्रमुख शिंदे ने दिल्ली जाकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।