Eknath Shinde : एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि फार्महाउस पर छापेमारी कर फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया गया। इस दौरान कई सियासी दलों से नाता रखने वाले नेता को गिरफ्तार किया गया। इस घटना ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के जलगांव से बड़ी खबर सामने आई है। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कट्टर समर्थक और जलगांव के पूर्व मेयर ललित कोल्हे (Lalit Kolhe Arrested) को पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि यह कॉल सेंटर विदेशी नागरिकों से ठगी करने के लिए संचालित किया जा रहा था। कथित तौर पर यह फर्जी कॉल सेंटर ललित कोल्हे के एलके फार्म नामक फार्महाउस पर चल रहा था।
जलगांव के पुलिस अधीक्षक महेश्वर रेड्डी ने बताया कि 28 सितंबर की सुबह फार्महाउस पर छापेमारी कर इस फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया। इस दौरान ललित कोल्हे समेत चार लोगों को मौके से हिरासत में लिया गया। स्थानीय अदालत ने सभी आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेज दिया है। रेड्डी ने बताया कि छापेमारी में 32 लैपटॉप और 8 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। पुलिस को शक है कि मुंबई में काम कर रहे करीब 20 से 25 लोग भी इस गिरोह का हिस्सा हो सकते हैं।
हालांकि, अदालत में पेशी के दौरान ललित कोल्हे के वकील ने दलील दी कि कोल्हे का इस मामले से कोई संबंध नहीं है। उनका कहना था कि कोल्हे ने सिर्फ अपना फार्महाउस किराए पर दिया था और अंदर क्या चल रहा है, इसकी उन्हें जानकारी नहीं थी।
गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी और शिवसेना की जलगांव की महिला विंग अध्यक्ष सरिता माली सामने आईं। उन्होंने सफाई दी कि उनके पति का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। सरिता माली ने कहा, “मेरे पति ने सिर्फ फार्महाउस किराए पर दिया था। उनकी गलती बस इतनी थी कि उन्होंने किराएदारों की पूरी जानकारी नहीं जुटाई। पुलिस ने उन्हें फार्महाउस से नहीं पकड़ा, बल्कि खुद बुलाकर थाने में गिरफ्तार किया। हम अदालत में अपनी लड़ाई लड़ेंगे क्योंकि मेरे पति निर्दोष हैं।”
शिवसेना नेता ने आगे कहा, "इस मामले में डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे से कोई मदद नहीं मांगी गई है। मेरे पति शिवसेना में किसी पद पर नहीं हैं, लेकिन शिवसेना के दो गुट होने के बाद से वह एकनाथ शिंदे के समर्थक रहे हैं। मेरे पति पहले मनसे और भाजपा में थे।"
ललित कोल्हे जलगांव की राजनीति में बड़ा नाम रहे हैं। उन्होंने 2009 और 2014 में राज ठाकरे की पार्टी मनसे के टिकट पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ा था। 2017 में वे जलगांव के मेयर बने और इससे पहले उप-मेयर भी रह चुके हैं। 2018 में उन्होंने भाजपा का दामन थामा और बाद में शिवसेना (एकनाथ शिंदे) समर्थक बन गए। उनकी पत्नी शिवसेना (शिंदे गुट) की जलगांव की महिला विंग की प्रमुख है।