Devendra Fadnavis on Rahul Gandhi : आरएसएस पर राहुल गांधी ने बड़ा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि संघ देश की संस्थाओं पर कब्जा करना चाहता है। इस पर सीएम फडणवीस ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष (LoP) और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rahul Gandhi on RSS) पर देश के संस्थागत ढांचे पर कब्जा करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आरएसएस का प्रोजेक्ट ही देश की संस्थाओं को अपने नियंत्रण में लेना है।
हालांकि, राहुल गांधी के इन आरोपों को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सिरे से खारिज कर दिया और उनके बयान को बकवास बताते हुए टिप्पणी करने से मना कर दिया।
नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान जब सीएम फडणवीस से राहुल गांधी के बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी। फडणवीस ने कहा, "मैं इतना खाली नहीं हूं कि राहुल गांधी के बयानों पर बोलना शुरू करूं। वह कुछ भी बोल देते हैं। अगर कोई सोच-समझकर, बौद्धिक रूप से बात करता है, तो मैं उस पर बोलूंगा। लेकिन इस तरह की बकवास पर मैं क्यों बोलूं?"
लोकसभा में चुनावी सुधारों पर बहस में भाग लेते हुए, राहुल गांधी ने सीधे आरएसएस पर निशाना साधा और कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि देश की संस्थाओं पर सुनियोजित तरीके से कब्जा किया जा रहा है।
कांग्रेस सांसद गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा नीत एनडीए सरकार के आने के बाद से शिक्षा व्यवस्था पर कब्जा किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "कुलपति की नियुक्ति योग्यता या वैज्ञानिक सोच के आधार पर नहीं, बल्कि इसलिए की जाती है कि वह एक विशेष संगठन से संबंधित है।"
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सीबीआई, ईडी, आयकर विभाग और खुफिया एजेंसियों पर भी कब्जा किया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी विचारधारा का समर्थन करने वाले अधिकारियों को सुनियोजित तरीके से बैठाया जा रहा है, जो विपक्ष और संघ का विरोध करने वालों पर हमला करते हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि चुनाव आयोग को भी अपने नियंत्रण में लिया गया है।
कांग्रेस नेता ने आरएसएस की विचारधारा पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि संघ को समानता के विचार से परेशानी है और वे पदानुक्रम में विश्वास करते हैं, और मानते हैं कि उन्हें उस पदानुक्रम में सबसे ऊपर होना चाहिए।
राहुल गांधी ने 30 जनवरी, 1948 को महात्मा गांधी की हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि RSS का यह प्रोजेक्ट गांधीजी की हत्या के साथ खत्म नहीं हुआ, बल्कि इसके बाद देश के संस्थागत ढांचे पर थोक में कब्जा करना इसका अगला चरण था।