Pahalgam Terror Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में 28 लोगों की जान चली गई, जिनमें से 6 महाराष्ट्र के थे।
हाल ही में महाराष्ट्र में उस समय विवाद खड़ा हो गया जब राज्य सरकार ने स्कूलों में कक्षा 1 से हिंदी भाषा को अनिवार्य करने का निर्णय लिया। इस फैसले पर मनसे समेत कई विपक्षी दलों ने तीव्र आपत्ति जताई, जिससे राजनीतिक माहौल गरमा गया। विरोध के चलते सरकार को अपना फैसला बदलना पड़ा। हालांकि, इस दौरान राज्य के शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने यह स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र में तीन भाषा नीति लागू रहेगी, इसमें तीसरी भाषा हिंदी या कोई और भाषा हो सकती है। जिसके बाद राज्य में भाषा विवाद शांत हो गया, लेकिन इसी बीच शिवसेना (शिंदे गुट) के बुलढाणा से विधायक संजय गायकवाड ने एक नया बयान देकर चर्चा को फिर से हवा दे दी है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले को लेकर लोगों भारी रोष है. इस हमले में महाराष्ट्र के 6 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी गई। दावा किया जा रहा है कि आतंकवादियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछा और फिर उन्हें गोली मार दी तथा कुछ पीड़ितों से अजान पढ़ने को कहा गया। इस गंभीर घटना पर बोलते हुए विधायक गायकवाड ने एक अजीब तर्क देते हुए राज्य में उर्दू भाषा को भी स्कूलों में पढ़ाए जाने की मांग की।
गायकवाड ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल हिंदी भाषा का विरोध कर केवल राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं, जबकि हिंदी देश की राष्ट्रभाषा है और यह पूरे भारत में बोली जाती है। उन्होंने आगे कहा कि आतंकवादियों के संदेशों को समझने के लिए केवल हिंदी ही नहीं, बल्कि उर्दू भाषा की भी जानकारी आवश्यक है, इसलिए राज्य में उर्दू पढ़ाई जानी चाहिए।
इतना ही नहीं, गायकवाड ने पहलगाम आतंकी हमले को ‘मुस्लिम आतंकवाद का चेहरा’ बताते हुए आरोप लगाया कि हमलावरों ने लोगों की धार्मिक पहचान और लिंग जांचकर उन्हें गोलियां मारी, जो बेहद निंदनीय है। उन्होंने यह मांग भी की कि इन आतंकवादियों को पकड़कर उनकी गर्दनें काट दी जानी चाहिए।
मनसे के मुंबई शहर अध्यक्ष संदीप देशपांडे ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी खुद कश्मीर की यात्रा (MNS Kashmir Trip) का आयोजन करेगी और इच्छुक लोगों को वहां ट्रिप पर ले जाएगी। मनसे प्रवक्ता ने कहा, कश्मीर भारत का अविभाज्य हिस्सा है, वहां जाने से डरना नहीं चाहिए। पर्यटकों को भारत में कहीं भी जाने से डरना नहीं चाहिए। हम खुद से इसकी शुरुआत कर रहे हैं। अगर हम सब एकजुट होकर कश्मीर जाएं, तो यह आतंकवाद के मुंह पर करारा तमाचा होगा।